Rajasthan SIR Updates: राजस्थान में एसआईआर का काम पूरा होने के बाद चुनाव आयोग ने पहला ड्राफ्ट रोल जारी कर दिया गया है. एसआईआर में राजस्थान में वोटर लिस्ट से करीब 42 लाख नाम हटाए गए हैं. उधर जब से राजस्थान में एसआईआर की घोषणा हुई है, तब कांग्रेस हमलावर है. कांग्रेस एसआईआर को लेकर सरकार पर लगातार निशाना साध रही है. अब नगर विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने पलटवार किया है.
SIR प्रक्रिया सरल-पारदर्शी
झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि SIR को लेकर कांग्रेस जिस तरह का माहौल बना रही है, उससे स्पष्ट होता है कि पार्टी ने घुसपैठियों के वोटों के जरिए लोकतांत्रिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि मतदाता सूची की शुद्धता के लिए अपनाई जा रही प्रक्रिया पूरी तरह सरल, पारदर्शी और नियमसम्मत है.
नगर विकास मंत्री ने बताया कि इस प्रक्रिया के तहत तीन अलग-अलग श्रेणियों में नाम हटाए जा रहे हैं. इनमें वे लोग शामिल हैं जो अब जीवित नहीं हैं, वे लोग जो बाहरी घुसपैठ के जरिए देश में आए हैं और वे मतदाता जिन्होंने दो या तीन स्थानों पर अपने नाम वोटर लिस्ट में दर्ज करवा रखे हैं. उन्होंने कहा कि इस प्रकिया का उद्देश्य लोकतांत्रिक व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाना है.
कांग्रेस के SIR के विरोध पर हमला
मंत्री ने कहा कि यदि कांग्रेस इस प्रक्रिया का विरोध कर रही है तो इससे यह समझा जा सकता है कि घुसपैठ या गलत तरीके से वोटर लिस्ट में नाम दर्ज होने से असल लाभ किसे मिल रहा था. उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कई चुनावों में ऐसी अनेक सीटें रही हैं, जहां बहुत कम अंतर से जीत दर्ज की गई और इस तरह के मतदान ने चुनावी परिणामों को प्रभावित किया.
यह भी पढे़ं-
Rajasthan Politics: 'हर राजस्थानी पर 1 लाख का कर्ज' टीकाराम जूली के बयान पर मंत्री बेढम का जवाब