Rajasthan News: राजस्थान के बूंदी में शुगर मिल के संचालन को लेकर किसान महापंचायत करने जा रहे है. इसको लेकर किसानों, युवाओं की हुई बैठक में निर्णय लिया है. 28 दिसंबर को आडा गेला बालाजी मंदिर पर प्रस्तावित इस महापंचायत को लेकर गांव-गांव बैठकों का दौर जारी है. महापंचायत में किसान नेता नरेश मीणा सहित कई प्रमुख नेता शामिल होंगे. इसके अलावा सांसद हनुमान बेनीवाल, राजकुमार रोत और अतुल प्रधान को भी आमंत्रित किया गया है.
आर-पार के मूड में किसान
किसानों का कहना है कि 28 दिसंबर की महापंचायत में शुगर मिल संचालन को लेकर अंतिम और निर्णायक फैसला लिया जाएगा. संयुक्त किसान समन्वय समिति के प्रतिनिधि नवीन श्रृंगी ने बताया कि इस बार किसान “आर-आर” यानी निर्णायक संघर्ष के मूड में हैं.
युवा किसान नेता गिर्राज गौतम ने कहा कि क्षेत्र का किसान पिछले करीब 20 वर्षों से कर्ज में डूबता जा रहा है. किसानों ने अलग-अलग राजनीतिक दलों को विधानसभा और लोकसभा तक पहुंचाया, लेकिन शुगर मिल संचालन जैसी मूलभूत मांग को किसी ने गंभीरता से नहीं उठाया. इसी कारण अब किसान और युवा खुद अपनी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं.

शुगर मिल को लेकर बड़ी चेतावनी
गौतम ने स्पष्ट किया कि शुगर मिल का संचालन किसानों और युवाओं के सुनहरे भविष्य के लिए अत्यंत आवश्यक है, ताकि गन्ने की खेती को बढ़ावा मिल सके और क्षेत्र की आर्थिक स्थिति मजबूत हो. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार और प्रशासन ने किसानों के हित में निर्णय नहीं लिया तो इसका असर पंचायत चुनावों में भी देखने को मिलेगा.
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