Jaisalmer: विलुप्त प्राय ‘द ग्रेट इंडियन बस्टर्ड' ( Great Indian Bustard) जिसे राजस्थान का 'राज्य पक्षी गोडावण' के रूप में जाना जाता है. भारत में कुछ की तादात में हैं, जिसमें से सबसे अधिक केवल राजस्थान के जैसलमेर के डेजर्ट नेशनल पार्क (DNP) और अन्य ओरणों में घूमते हुए दिख जाते हैं.
गोडावण की दुर्लभ तस्वीर कैमरे में हुई कैद
लाठी क्षेत्र में दो दिन से हो रही हल्की बारिश के बाद मौसम ठंडा और सुहावना हो गया. इस दौरान जंगल में वन्यजीवों के कई नजारे देखने को मिल रहे हैं. लेकिन, पर्यावरण प्रेमी राधेश्याम की आंखों में कुछ ऐसा कैद हुआ, जिसे वो कैमरे में कैद करने से रोक नहीं पाए. उन्हें धोलिया गांव के पास जंगल में राज्य पक्षी गोडावण सुहावने मौसम में नृत्य करता हुआ नजर आया. यह नजारा वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर और पर्यावरण प्रेमी राधेश्याम विश्नोई ने अपने कैमरे में कैद किया. आमतौर पर बारिश का समय राज्य पक्षी गोडावण के लिए प्रजनन का समय होता है, इस समय मादा गोडावण को रिझाने के लिए नर गोडावण नृत्य करते हैं.
शर्मीले किस्म के होते हैं गोडावण
गोडावण की ऐसी तस्वीरें काफी दुर्लभ होती हैं, क्योंकि वह शर्मीले किस्म का पक्षी है. यह मानवीय दखल के बीच रहना कम पसंद करते हैं, जहां मादा गोडवाणा को सुरक्षित माहौल मिलता है, वहीं पर ही वे प्रजनन करती हैं. पिछले कुछ सालों में इनकी प्रजनन दर बढ़ी है. जो एक सुखद संकेत है कि आने वाले बारिश के मौसम के बाद बड़ी संख्या में मादा गोडावण प्रजनन कर सकती हैं.
अप्रैल से लेकर सितंबर तक होता गोडावण का प्रजनन काल
गोडावण का प्रजनन काल अप्रैल से लेकर सितंबर तक का होता है. बारिश का यह समय गोडावण का प्रजनन के लिए सबसे पीक वक्त माना जाता है. मादा गोडावण जब अंडा देती है तो वह खुद उसे सुरक्षा प्रदान करती है.