
Sikar Master Plan 2041: सीकर के प्रस्तावित मास्टर प्लान 2041 के विरोध में आज कृषि उपज मंडी, जयपुर रोड पर एक विशाल जन आक्रोश सभा का आयोजन किया गया. यह सभा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, कांग्रेस समेत विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और किसान संगठनों की ओर से संघर्ष समिति के आह्वान पर आयोजित की गई. मास्टर प्लान 2041 के विरोध में सीकर शहर और आसपास के 50 से अधिक गांवों से ग्रामीण बड़ी संख्या में पहुंचे थे.
सभा में पूर्व कैबिनेट मंत्री और सीकर विधायक राजेंद्र पारीक ने कहा कि यदि सरकार जबरन मास्टर प्लान लागू करेगी, तो जनता हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठेगी. उन्होंने कहा कि सरकारें मां के पेट से पैदा नहीं होतीं, जनता बनाती है और समय आने पर बिगाड़ भी देती है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हर जनप्रतिनिधि को ‘उड़ जा रे पंछी, यह देश हुआ बेगाना…' गीत जरूर सुनना चाहिए.
''मास्टर प्लान किसानों और आम जनता की जमीनें छीनने की साजिश''
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, सीकर सांसद अमराराम, पूर्व मंत्री पेमाराम, उप जिला प्रमुख ताराचंद धायल, कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुनीता गठाला और अन्य नेताओं ने भी संबोधन किया. सीकर के सांसद अमराराम ने कहा कि सीकर का मास्टर प्लान किसानों और आम जनता की जमीनें छीनने की साजिश है. इसमें 6000 से अधिक आपत्तियां दर्ज होना ही बताता है कि यह योजना कितनी विवादित है.
''लाखों लोगों को उजाड़ा जाएगा''
अमराराम ने कहा कि दिल्ली में जहां उद्योगों को बाहर भेजा जा रहा है, वहीं सीकर के मास्टर प्लान में 4-5 औद्योगिक क्षेत्रों को शहरी इलाके में विकसित करने की योजना है, जिससे लाखों लोगों को उजाड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि 80% मकान रजिस्ट्री या पट्टे से बने हैं, कन्वर्जन से नहीं, जिससे लोगों की जीवनभर की कमाई खतरे में है.
''किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने दिया जाएगा''
वक्ताओं ने चेतावनी दी कि इस मास्टर प्लान को किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने दिया जाएगा. आंदोलन की रणनीति बनाकर संघर्ष जारी रहेगा. पारीक ने आरोप लगाया कि इस योजना को बनाने वाले अधिकारियों ने जमीन पर आकर स्थिति का जायजा नहीं लिया, बल्कि एयर-कंडीशन ऑफिस में बैठकर नक्शा खींच दिया.
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