Rajasthan Politics: राजस्थान में पिछली सरकार के समय घोषित 9 जिलों की मान्यता समाप्त किए जाने को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. कांग्रेस ने इस फैसले को जनविरोधी बताते हुए आंदोलन का फैसला लिया है. दूसरी ओर सत्ता पक्ष से लोग पिछली सरकार के समय हुई गलतियों का उदाहरण दे रहे हैं. इसी कड़ी में मंगलवार को एक दिवसीय बाड़मेर दौरे पर पहुंचे भजनलाल सरकार के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने जिले निरस्त करने के फैसले पर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि 19 जिले बनाने का फैसला ही राजस्थान के इतिहास का सबसे बड़ा बचकाना काम था.
गहलोत ने अंधाधुंध जिले बनाने की घोषणा कीः गर्ग
सचेतक गर्ग ने आगे कहा कि एक राजस्व गांव बनाने की प्रक्रिया में भी समय लगता है लेकिन पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने विधानसभा में अंधाधुंध जिले बनाने की घोषणा कर दी. जिला बनाने की कमेटी के अध्यक्ष विदेश में घूम रहे थे. ऐसे ही जिले नहीं बनते हैं. सोच समझकर जिले बनाएं जाते हैं. जिले बनाने की प्रक्रिया के दौरान जिसने भी राजनीतिक दबाव बनाया उसके इलाके को जिला बना दिया जो सही नहीं था.
सुखराम बिश्नोई के साथ हुआ सबसे बड़ा मजाकः गर्ग
जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि इस प्रक्रिया में सबसे बड़ा मजाक पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई के साथ हुआ है. ये खुद पूर्व सीएम अशोक गहलोत का कहना है सुखराम रात में सो रहे थे, मैंने उन्हें बुलाया और कहा कि आ जाओ आपके सांचौर को जिला बनाते हैं. बालोतरा, फलोदी, कोटपूतली, डीडवाना जिले बनाने की मांग लंबे समय चल रही थी, ये मांग जायज थी. उन्हें हमने यथावत रखा है.
हमारी सरकार ने सोच-समझ कर लिया फैसला
बाकी जिस तरह से आनन-फानन में बिना किसी प्रकिया का पालन किए जिले बनाए गए, उसका हश्र भी यहीं होना था. हमारी सरकार ने सोच समझकर यह फैसला लिया है. हमने बाड़मेर के ही निवासी वरिष्ठ अधिकारी ललित के पवार को इस कमेटी का अध्यक्ष बनाया. उन्होंने हर जिले का दौरा किया, जनप्रतिनिधियों-अधिकारियों के साथ चर्चा कर रिपोर्ट दी.
इस रिपोर्ट में है कि ये 9 जिले जिला बनने के लायक नहीं है. उस रिपोर्ट के आधार पर हमारे मंत्रिमंडल ने फैसला लिया हैं, बाकी विपक्ष का काम है आरोप लगाने का लगाते रहेंगे.
SI भर्ती परीक्षा पर सरकार सोच-समझ कर फैसला लेगीः गर्ग
एसआई भर्ती परीक्षा में पेपर लीक को लेकर सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि इस तरह पेपर रद्द करना, उन लोगों के साथ अन्याय होगा जिन्होंने वास्तव में मेहनत कर पेपर दिया और सफल हुए. उसकी जांच चल रही है. हमारी सरकार सोच समझकर फैसला लेगी.
'पेपर लीक के मगरमच्छ को पकड़ने के लिए मजबूत जाल बुनना पड़ता है'
जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि पिछले एक साथ में हमारी सरकार ने जितने भी पेपर करवाएं है उनमें से एक में भी पेपर लीक का आरोप नहीं हैं. हमने चुनाव प्रचार के दौरान पेपर लीक में शामिल बड़े गिरोह और सरगना को पकड़ने की बात कहीं थी. हमारी सरकार इसको लेकर काम कर रही है. बड़े मगरमच्छ को फंसाने के लिए मजबूत जाल बुनना पड़ता है.
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