
Rajasthan News: राजस्थान में भारतीय आदिवासी पार्टी के विधायक जयकिशन के रिश्वतखोरी मामले के बाद बांसवाड़ा जिले में राजनीतिक पारा चढ़ने लगा़ है. यहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) और भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) के बीच पोस्टर को लेकर सोशल मीडिया पर पेस्टर जंग जारी है.
बांसवाड़ा के कई प्रमुख चौराहों पर लगाए थे पोस्टर
दरअसल, बागीदोरा विधायक जयकृष्ण पटेल को 4 मई को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था. इसके बाद से भाजपा ने जिलेभर में लगातार विरोध प्रदर्शन किए. बीजेपी ने बांसवाड़ा के कई प्रमुख चौराहों पर बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए, जिनमें विधायक पटेल को "भ्रष्टाचार का प्रतीक" बताया गया. इतना ही नहीं बीते दिन ) शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के बांसवाड़ा कार्यालय पर एक होर्डिंग्स 18 मई से पहले लगा हुआ था जिस पर लिखा था- रिश्वतखोर विधायक के खिलाफ जन आंदोलन.जिसे बांसवाड़ा स्थित कुशलबाग मैदान में आयोजित किया गया था. इन होर्डिंग्स में उन अखबारों की कटिंग भी लगाई गई थी, जिनमें एसीबी की कार्रवाई की खबरें छपी थीं.
सोशल मीडिया सांस रोत ने जताई नाराजगी
इसी पर अब बीएपी सांसद राजकुमार रोत ने पलटवार करते हुए, उन्होंने भाजपा के पूर्व नेताओं और पदाधिकारियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़ी अखबारों की कटिंग सोशल मीडिया पर शेयर कर दी. साथ ही सांसद रोत ने भाजपा पर आदिवासी नेतृत्व को बदनाम करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है.
वर्तमान बांसवाड़ा के भाजपा नेताओं को भ्रष्टाचार के होर्डिंग लगा के प्रचार-प्रसार करने का बहुत बड़ा शौक है, चलो अच्छी बात है।
— Rajkumar Roat (@roat_mla) May 18, 2025
लेकिन बांसवाड़ा की जनता चाहती है कि विधायक जयकृष्ण पटेल के 20 लाख की रिश्वत कांड वाले जो होर्डिंग लगाये हैं उसके दूसरी तरफ भाजपा के पूर्व व वर्तमान जिला… pic.twitter.com/DvKCjKkK0T
दोनों पार्टियां जमकर लगा रही है एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप
इसके बाद से सोशल मीडिया पर दोनों पार्टियों के समर्थक एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं. बीजेपी समर्थक विधायक की सदस्यता रद्द करने की मांग कर रहे हैं, जबकि बीएपी समर्थक इसे राजनीतिक दुश्मनी और आदिवासी प्रतिनिधित्व पर हमला बता रहे हैं.
भाजपा जिलाध्यक्ष पुंजीलाल गायरी ने इस मामले को लेकर कहा कि भ्रष्टाचार किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम विधायक की सदस्यता रद्द करने की मांग करते हैं.
पोस्टर जंग जारी
वहीं, बीएपी सांसद राजकुमार रोत ने कहा, "यह आदिवासी नेतृत्व को बदनाम करने की साजिश है. भाजपा अपने गिरेबान में झांककर देखें.फिलहाल इस मामले ने सोशल मीडिया का पारा बढ़ा दिया है और दोनों पार्टियों के समर्थकों के बीच पोस्टर जंग जारी है.