Rajasthan Weather Update: राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है. इससे लोगों का जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. भारी बारिश और जलजमाव के कारण कई शहरों में नारकीय स्थिति उत्पन्न हो गई है. इस बीच मौसम विभाग की चेतावनी के बाद प्रशासन ने स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी है. दरअसल मौसम विभाग ने भीलवाड़ा में शनिवार को भारी बारिश की चेतावनी दी है. मौसम विभाग की चेतावनी के बाद प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है. कलेक्टर और एसपी शुक्रवार शाम को अचानक अमले के साथ शहर के दौरे पर निकले. जल भराव वाले संभावित इलाकों का निरीक्षण किया.कलेक्टर नमित मेहता ने शाम को शनिवार को शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया है. शनिवार को पहली कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक की स्कूलों में अवकाश रहेगा.
वर्षाजनित समस्याओं के समाधान के लिए सड़कों पर उतरे अधिकारी
कलक्टर नमित मेहता ने लगातार हो रही बारिश को देखते हुए ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में तैयारियां सुदृढ़ करने के संबंध में सभी एसडीएम और ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली. उन्होंने सभी अधिकारी को फील्ड में जाकर स्थिति का जायजा लेने के निर्देश दिए. शाम को नगर परिषद व नगर विकास न्यास और पुलिस अधिकारियों की टीम के साथ कलेक्टर शहर के दौरे पर निकले. जल भराव के संभावित इलाकों का अवलोकन किया. मौके पर नगर परिषद आयुक्त हेमाराम को व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए गए. खास तौर से रेलवे अंडर बीच में जल भराव से निकासी के लिए अलग से व्यवस्था करनी की निर्देश दिए गए.
जल भराव से निपटने के लिए उद्योग समूह से मांगी मदद
ईमारतों के बेसमेन्ट, कोचिंग सस्थानों, शिक्षण संस्थानों, सार्वजनिक भवनों आदि में जल भराव की स्थिति न हो, यह सुनिश्चित किया जावें. शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में अंडरब्रिज, बस्तियों आदि में पानी भराव की स्थिति से निपटने के लिए मड़पम्प व अन्य संसाधनों की व्यवस्था की जा रही है.
आमजन से प्रशासन ने की यह अपील
कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जलभराव वाले क्षेत्रों का आंकलन कर समुचित इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं. इन जगहों पर दुर्घटनाओं से बचने के लिए साइन बोर्ड लगाए जाएं तथा आमजन विशेषकर बच्चों की आवाजाही की लगातार निगरानी की जाए. जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि प्रार्थना सभा में बच्चों को बांध, तालाब आदि क्षेत्रों में ना जाने और नहाने से बचने के लिए जागरूक किया जाए.
पुराने एवं जर्जर भवनों को चिह्नित करें
मेहता शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के वीसी कक्ष से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आपदा प्रबंधन पर आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने सभी उपखंड अधिकारियों व नगर परिषद ईओ को निर्देश दिए कि पुराने एवं जर्जर भवनों का चिन्हीकरण कर लें, साथ ही ऐसे भवनों को खाली कराने और वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए निर्देशित किया, जिससे किसी भी प्रकार की क्षति को समय से रोका जा सके. साथ ही अतिवृष्टि से प्रभावित आमजन को अस्थाई रूप से ठहराने के लिए स्कूल, धर्मशाला, सामुदायिक भवन की उपलब्धता के संबध में निर्देशित किया गया.
आधा दर्जन बांधों में 80% पानी
जल संसाधन विभाग के जलस्रोतों जुड़ का नाका (बिजौलिया), डामटी कोकडा (माण्डलगढ़), गोवटा बांध (माण्डलगढ़), जेतपुरा बांध (माण्डलगढ़) बांध 80 प्रतिशत या अधिक क्षमता तक भर चुके हैं. कलक्टर ने इन क्षेत्रों में डाउनस्ट्रीम के गांवों में विशेष सावधानी के लिए एसडीएम को निर्देशित किया. उन्होंने अधिकारियों को बारिश के मौसम में बांधों के जलस्तर की निगरानी, सफाई व्यवस्था, उचित यातायात प्रबंधन, पर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं सहित विभिन्न सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए.
मेडिकल किट व जीवन रक्षक दवाईयां की उपलब्धता
मेहता ने बैठक में सीएमएचओ व ब्लॉक चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि पर्याप्त मेडिकल किट व जीवन रक्षक दवाईयां की उपलब्धता, मोबाइल चिकित्सा दल की उपलब्धता व चिकित्सा केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएं. साथ ही बरसात के बाद गड्ढ़ों या अन्य स्थानों जहां-जहां पर भी पानी भरा रहता है, वहां कीटनाशक का छिड़काव एवं फोगिंग करवाने हेतु व्यवस्था की जावें.
बनाया नियंत्रण कक्ष, हेल्पलाइन नंबर 01482-232671 जारी
जिला स्तर पर बाढ़ व जल भराव सहित समस्याओं के निस्तारण के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. आमजन अपने क्षेत्र से संबंधित जल भराव जैसी समस्याओं के लिए जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या 01482-232671 पर सूचित कर सकते हैं.
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