
Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी जयपुर में रहने वाले 71 वर्षीय ताराचंद अग्रवाल ने चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की परीक्षा पास कर एक नया इतिहास रच दिया. उन्होंने साबित कर दिखाया कि अगर मन में लगन हो तो उम्र महज एक संख्या है. ताराचंद संभवत देश के पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने इतनी उम्र में यह कठिन परीक्षा पास की है. उनकी यह उपलब्धि युवाओं और बुजुर्गों के लिए प्रेरणा बन गई है.
पोती की प्रेरणा ने बदली जिंदगी
ताराचंद अपनी दोहती आंचल और पोतियों अंशिका, अंकिका व खुशी को CA की पढ़ाई में मदद करते थे. आंचल ने परीक्षा पास की तो पोतियों ने दादाजी को प्रेरित किया कि वे भी CA बन सकते हैं. इस प्रेरणा ने ताराचंद को नया लक्ष्य दिया. चार साल की कड़ी मेहनत, रोजाना सात घंटे पढ़ाई और लेखन अभ्यास के साथ उन्होंने CA की परीक्षा पास कर ली. खास बात यह कि उन्होंने बिना किसी कोचिंग के, सेल्फ स्टडी से यह मुकाम हासिल किया.
बैंक से रिटायरमेंट के बाद शुरू हुआ नया सफर
ताराचंद अग्रवाल ने 1976 में स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (SBBJ) में क्लर्क के रूप में करियर शुरू किया. 1972 में कॉन्ट्रैक्ट सर्विस के बाद उन्होंने बैंक की परीक्षा पास कर सरकारी नौकरी हासिल की. बीकॉम और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकर्स (IIB) की डिग्री के साथ वे असिस्टेंट जनरल मैनेजर (AGM) के पद से 2014 में रिटायर हुए. रिटायरमेंट के बाद वे परिवार को समय दे रहे थे, लेकिन 2020 में पत्नी दर्शना अग्रवाल के निधन से वे तनाव में चले गए.
कंधों के दर्द के बाद भी नहीं मानी हार
ताराचंद अपनी फैंसी स्टोर की दुकान चलाने के साथ पढ़ाई करते थे. कंधों में दर्द के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. CA फाइनल परीक्षा उन्होंने पहले ही प्रयास में पास की, जबकि अन्य ग्रुप दो प्रयासों में. उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें सफलता दिलाई.
युवाओं और बुजुर्गों के लिए प्रेरणा
ताराचंद का कहना है कि सच्ची मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. उन्होंने युवाओं को तनाव में आत्महत्या जैसे कदम न उठाने और बुजुर्गों को हर उम्र में नया सीखने की प्रेरणा दी. उनके दो बेटों और एक बेटी वाले परिवार में उनकी यह उपलब्धि गर्व का विषय है. ताराचंद की कहानी बताती है कि मेहनत और हिम्मत के आगे उम्र कभी आड़े नहीं आती है.
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