
Gangapur City News: पूर्वी राजस्थान में कुश्ती दंगल और नाल दंगल प्रतियोगिताओं की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है. ये प्रतियोगिताएं ख़ास तौर रूप से भरतपुर संभाग में लोकप्रिय हैं, जहां करौली, धौलपुर, भरतपुर सहित अन्य तहसीलों और उपखंडों में होली की भाई दूज से ही दंगल का आयोजन शुरू हो जाता है. कुडगांव में आयोजित कुश्ती दंगल प्रतियोगिता ग्राम पंचायत द्वारा आयोजित की गई. अतिथियों ने इस आयोजन को भाईचारे को बढ़ावा देने वाला बताया और इसे हर वर्ष आयोजित करने की परंपरा को बनाए रखा.
100 साल से चली आ रही परंपरा
कुडगांव कस्बे में आयोजित इस ऐतिहासिक दंगल को देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी. यह प्रतियोगिता 100 साल से चली आ रही परंपरा के अनुरूप होली की भाई दूज के अवसर पर आयोजित की गई. इस बार प्रतियोगिता में 275 से अधिक पहलवानों ने हिस्सा लिया और 140 मुकाबले हुए. रोमांचक फाइनल मुकाबले में भरतपुर के गुरदीप सिंह ने मात्र 7 मिनट में शानदार जीत हासिल कर विजेता का ताज अपने नाम किया. विजेता को 4100 रुपये और उपविजेता को 1100 रुपये की पुरस्कार राशि दी गई. फाइनल मुकाबला भरतपुर के गुरदीप सिंह और डीग के सौरभ के बीच हुआ, जिसमें 7 मिनट तक चले रोमांचक संघर्ष में गुरदीप सिंह ने जीत दर्ज की.
कई जिलों से आये पहलवान
इस प्रतियोगिता में राजस्थान के विभिन्न जिलों सहित अन्य राज्यों के पहलवानों ने भी हिस्सा लिया. भरतपुर, भीलवाड़ा, चंडीगढ़, दौसा, हिंडौन सिटी, गंगापुर, करौली और सवाई माधोपुर सहित कई जगहों से आए पहलवानों ने अपनी ताकत और तकनीक का प्रदर्शन किया. हर मुकाबले में दर्शकों को जबरदस्त रोमांच देखने को मिला, जिससे इस प्रतियोगिता की महत्ता और भी बढ़ गई. सैकड़ों गांवों से लोग इस ऐतिहासिक दंगल को देखने पहुंचे और पहलवानों के शानदार दांव-पेंच का आनंद उठाया.
गुरदीप सिंह ने जीता खिताब
फाइनल विजेता गुरदीप सिंह एक अनुभवी पहलवान हैं, जिन्होंने अब तक सैकड़ों कुश्तियां लड़ी हैं और कई फाइनल मुकाबलों में जीत हासिल की है. उन्होंने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पुरस्कार और सम्मान जीते हैं. उनकी कुश्ती शैली और जीतने की रणनीति उन्हें अन्य पहलवानों से अलग बनाती है. इस बार भी उन्होंने अपने दमदार प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया और विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया.