
Tandav 2 Release: क्षेत्रीय फिल्मों को सरकारी संरक्षण न मिलने से जूझ रहे फिल्म निर्माताओं का दर्द अब सामने आने लगा है. जिसमें वे अक्सर बताते हैं कि उनके अपने राज्य में निर्माता-निर्देशकों को फिल्म रिलीज करने से पहले कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. हाल ही में निर्देशक लखविंदर सिंह, जिनकी तांडव 2 रिलीज के लिए तैयार है, को भी ऐसी ही परेशानी का सामना करना पड़ा.
23 मई को रिलीज होगी Tandav 2
निर्देशक लखविंदर सिंह की आगामी फिल्म तांडव 2 रिलीज के लिए तैयार है. यह 23 मई को राजस्थानी फिल्मी पर्दे पर रिलीज हो रही है. इसमें सवाई माधोपुर, दौसा और करौली जैसे इलाकों के स्थानीय कलाकारों ने काम किया है. फिल्म की शूटिंग भी इन्हीं इलाकों में हुई है और इसे बनाने में काफी खर्च भी हुआ है.
खत्म हो रही है राजस्थानी कलाकारों की प्रतिभा
इस अवसर पर फिल्म के निर्देशक लखविंदर सिंह ने कहा कि राजस्थानी भाषा में बन रही फिल्मों को सरकार की ओर से पर्याप्त सहयोग नहीं मिल रहा है. इसके कारण राजस्थानी कलाकारों की प्रतिभा खत्म हो रही है. साथ ही राजस्थानी भाषा का अस्तित्व भी खतरे में पड़ रहा है.
सब्सिडी मिलना दूर की कौड़ी
उन्होंने आगे कहा कि फिल्म निर्माताओं को दी जाने वाली सब्सिडी पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार राजस्थानी फिल्मों पर 25 लाख रुपए की सब्सिडी देती है, लेकिन यह सब्सिडी मिलना दूर की कौड़ी है. उन्होंने अब तक आठ राजस्थानी फिल्में बनाई हैं, लेकिन उन्हें एक भी फिल्म के लिए सब्सिडी नहीं मिली है.जब तक सरकारें राजस्थानी फिल्मों को लेकर गंभीर नहीं होंगी, तब तक हालात नहीं बदलेंगे.
सरकारी उदासीनता के कारण फिल्म उद्योग आगे नहीं बढ़ पा रहा
वही फिल्म के एक कलाकार विनय ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि स्थानीय प्रतिभाओं को मौका मिलना चाहिए, लेकिन सरकारी उदासीनता के कारण राजस्थानी फिल्म उद्योग आगे नहीं बढ़ पा रहा है.
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