भाजपा विधायक मदन दिलावर के निलंबर को नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गलत बताया है. उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ भाजपा आवाज उठाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक मदन दिलावर का निलंबन रद्द नहीं हो जाता, भाजपा सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेगी. राठौड़ पीएम के प्रस्तावित सीकर दौरे की तैयारियों को लेकर सूरजगढ़ पंचायत समिति में भाजपा नेताओं व पदाधिकारियों की बैठक लेने आए थे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि 'मदन नहीं तो सदन नहीं' के नारे के साथ भाजपा मदन दिलावर के निलंबन को रद्द करवाने की मांग करेगी.
राठौड़ ने कहा कि बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा के निलंबन से फिलहाल भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है. राजेंद्र सिंह गुढ़ा फिलहाल कांग्रेस विधायक दल के सदस्य हैं. कांग्रेस विधायक दल से उनकी संबंधता नहीं होगी, तब पार्टी उन्हें लेकर निर्णय लेगी. फिलहाल गुढ़ा के निलंबन के बारे में कांग्रेस के नेता सोचें. उन्होंने गुढ़ा को भाजपा में शामिल करने के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि यह संगठन का कार्य है. प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष का क्षेत्राधिकार है. वे इस मामले में कुछ नहीं बोल सकते.
इससे पहले राठौड़ ने भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक ली और कहा कि शेखावाटी के लिए सौभाग्य की बात है कि दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता और हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीकर आ रहे हैं. सूरजगढ़ विधानसभा से अधिक से अधिक संख्या में ना केवल कार्यकर्ता, बल्कि आमजन को सीकर पहुंचने के लिए आमंत्रित किया जाए, जिससे वे पीएम मोदी को सुन सके. इस मौके पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष अहलावत, सांसद नरेंद्र कुमार, विधायक सुभाष पूनियां, भाजपा जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया, चेयरमैन पुष्पा गुप्ता, भाजपा नेता सेवाराम गुप्ता, नीता यादव, रामावतार धोलिया आदि ने भी विचार रखे.
'सीएम ने अहसान को जूतों, लातों और थप्पड़ों से उतारा'
राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुढ़ा गांव में राजेंद्र सिंह गुढ़ा को लेकर सार्वजनिक मंच पर कहा था कि वे राजेंद्र सिंह गुढ़ा के अहसानमंद हैं, जिन्होंने उनकी सरकार बचाई. हालांकि दुर्भाग्यपूर्ण है कि गुढ़ा के इस अहसान को सीएम ने जूतों, लातों और थप्पड़ों से उतारा. उन्होंने कहा कि सदन चलता है तो नियुक्त और हटाए गए मंत्रियों की बात रखने की परंपरा रही है, लेकिन इस परंपरा को तोड़ा गया और जब लाल डायरी को लेकर गुढ़ा बोले तो उन्हें बोलने नहीं दिया गया. कांग्रेस के नेता उन पर टूट पड़े.
'अविश्वासी लोगों के साथ मंत्रिमंडल चला रहे हैं गहलोत'
साथ ही राठौड़ ने कहा कि दुर्भाग्यजनक है कि अविश्वासी लोगों के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपना मंत्रिमंडल चला रहे हैं. मेरे साथ राजेंद्र गुढ़ा का गठजोड़ बताया जा रहा है. यदि गहलोत मंत्रिमंडल के किसी सदस्य का गठजोड़ मेरे साथ है तो गहलोत को सावधान हो जाना चाहिए. पता नहीं कितने ही लोगों को वो अपनी आस्तीन में लेकर घूम रहे हैं. राठौड़ ने कहा कि उनके साथ गहलोत मंत्रिमंडल के सदस्यों का कब गठजोड़ हुआ, कैसा गठजोड़ हुआ और क्यों गठजोड़ हुआ. इसकी जांच करवाए और जवाब दें.
मोबाइल की रोशनी में करनी पड़ी बैठक
बैठक के दौरान बिजली गुल हो गई, जिसके बाद सभी नेताओं ने अपने अपने मोबाइलों की फ्लेश लाइट ऑन की और उसी रोशनी में ही पूरी बैठक करनी पड़ी. इस मौके पर भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने सरकार पर तंज करते हुए कहा कि फ्री बिजली के कारण पूरे प्रदेश में बिजली गुल रहने लगी है.
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