Mahendra Singh Mewar Passes Away: महाराणा प्रताप के वंशज मेवाड़ पूर्व राजघराने के सदस्य महेंद्र सिंह मेवाड़ का रविवार को निधन हो गया. 84 वर्ष की उम्र ने महेंद्र सिंह ने उदयपुर के निजी अनंता हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली है. उनके निधन की खबर मिलते ही मेवाड़ में शोक की लहर छा गई. वे मेवाड़ की राजनीति से जुड़े थे और सांसद भी रह चुके हैं. वहीं, उनके विश्वराज सिंह विधायक तो बहू महिला कुमारी राजसमंद से बीजेपी सांसद हैं. जानकारी के मुताबिक, उनकी अंतिम यात्रा सोमवार सुबह निकलेगी, जिसमें राजघराने और राजनीति जगत से जुड़े कई लोग शामिल होंगे.
10 दिन पहले अस्पताल में हुई थे भर्ती
महेंद्र सिंह के निधन की सूचना मिलने पर बेटे विश्वराज सिंह मेवाड़ हॉस्पिटल पहुंचे और उसके बाद निवास स्थान समोर बाग पहुंचे. राजघराने से जुड़े रिश्तेदारों के मुताबिक, महेंद्र सिंह मेवाड़ की तबियत खराब होने पर 10 दिन पहले अनंता हॉस्पिटल भर्ती कराया गया था. डॉक्टर्स की टीम लगातार उनका उपचार कर रही थी. उसके बावजूद लगातार उनका स्वास्थ्य बिगड़ता ही जा रहा था. इसके बाद रविवार दोपहर को उनका निधन हो गया.
1989 में BJP के टिकट से बने सांसद
महेंद्र सिंह मेवाड़ 1989 में भाजपा से चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी. इसके बाद 1991 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का दामन छोड़ महेंद्र सिंह कांग्रेस का दामन थामा और चुनाव लड़ा. हालांकि, उस दौरान भाजपा से जसवंत सिंह से हार का सामना करना पड़ा.
बेटे और बहू ने भी राजनीति में रखा कदम
फिर भीलवाड़ा संसदीय सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन यहां भी उनको हार ही मिली. लंबे समय के बाद अब उनके पुत्र और बहू ने राजनीति में कदम रखा. पिछले साल विधानसभा चुनाव में उनके बेटे विश्वराज सिंह विधायक बने तो हाल ही लोकसभा चुनाव में बहू महिला कुमारी ने राजसमंद सीट से जीत दर्ज की. महेन्द्र सिंह मेवाड़ फील्ड क्लब उदयपुर के अध्यक्ष थे. इसके अलावा वर्ष 1923 में स्थापित विद्या प्रचारिणी सभा और भूपाल नोबल्स यूनिवर्सिटी के मुख्य संरक्षक थे. अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा और मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के संरक्षक भी रहे. इसके अलावा जनरल काउंसिल एंड बोर्ड ऑफ गवर्नर्स मेयो कॉलेज अजमेर में वाइस प्रेजिडेंट रह चुके हैं.
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