
Raksha Bandhan 2025: पूरे देश में जहां एक ओर भाई-बहन का पावन त्यौहार रक्षाबंधन की तैयारी जोर शोर से चल रही है. एक ओर ट्रंप के टैरिफ वार से जहां बाजार में महंगाई का असर देखने को मिल रहा है. लेकिन इसके बाद भी बाजार में त्यौहार मनाने की रौनक दिख रही है. जबकि व्यापारी महंगाई के बावजूद लोगों को अनोखे अंदाज में लुभा रहे हैं, वह भी ताजा ट्रेंडिंग से. दरअसल, ट्रंप, ऑपरेशन सिंदूर और पीएम मोदी चर्चाओं में हैं. अमेरिका के ट्रैरिफ वार की वजह से यह ज्वलंत मुद्दा बना हुआ है. लेकिन राजस्थान के अजमेर में इस ट्रेंड को लेकर अनोखा बाजार लगाया जा रहा है.
अजमेर में रक्षाबंधन का त्योहार इस बार नारियल की अनोखी ब्रांडिंग के साथ चर्चा में है. शहर के प्रमुख नारियल व्यापारी अवतार सिंह ने अपने ग्राहकों और बहनों को लुभाने के लिए नारियल को खास नाम दिए हैं- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, डोनाल्ड ट्रंप और ऑपरेशन सिंदूर.
ट्रंप सबसे सस्ता और मोदी सबसे महंगा नारियल
अवतार सिंह के अनुसार, छोटे आकार का नारियल ‘डॉलर ट्रंप' के नाम से 35 रुपये में, मीडियम साइज का ‘ऑपरेशन सिंदूर' के नाम से 40 रुपये में और सबसे बड़ा एवं महंगा नारियल ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी' के नाम से 50 रुपये में बेचा जा रहा है. व्यापारी का मानना है कि त्योहार पर व्यापार के साथ-साथ हंसी-मजाक और रचनात्मकता भी बनी रहनी चाहिए, ताकि ग्राहक उत्साह के साथ खरीदारी करें.

ट्रेंडिंग समाचारों के हिसाब से रखें नारियलों के दाम
उन्होंने बताया कि नारियलों के दाम और नाम, मौजूदा ट्रेडिंग समाचारों और ग्राहकों की पसंद को ध्यान में रखकर तय किए गए हैं. “रक्षाबंधन पर नारियल को शुभ फल माना जाता है, इसलिए इसे आकर्षक नाम देकर लोगों के बीच एक अलग माहौल बनाने की कोशिश की है,” अवतार सिंह ने मुस्कुराते हुए कहा.

महिला ग्राहक शिखा शर्मा ने बताया कि उन्हें ‘ऑपरेशन सिंदूर' वाला नारियल सबसे अधिक पसंद आया, क्योंकि सिंदूर महिलाओं के लिए एक खास महत्व रखता है. उन्होंने कहा कि यह नाम उन्हें भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ महसूस कराता है और त्योहार की भावना को और गहरा करता है.
राखी के इस पर्व पर भाई को राखी बांधने के साथ शुभ नारियल देने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है. लेकिन इस बार अजमेर के बाजार में नारियल की यह नई ब्रांडिंग ग्राहकों के बीच चर्चा और आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, जिससे त्योहार की रौनक और भी बढ़ गई है.
यह भी पढ़ेंः रक्षाबंधन पर बहन या भाई ना हो तो किससे बंधवाएं राखी, किसे बांधें राखी?