Vijaya Dashami: कोटा का दशहरा मेला देशभर में विख्यात है. शहर के दशहरे ग्राउंड विजयादशमी (Vijaya Dashami) की तैयारियां काफी पहले से ही शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार दहन से पहले तैयारियों में खलल पड़ गया. बीती रात रावण का पुतला 65 फीट की ऊंचाई से गिर गया. रावण और उसके कुनबे को खड़ा करने के लिए कई मजदूर लगाए गए थे. रावण को खड़ा करने के लिए लगाई गई बेल्ट और रस्सा टूटने से हादसा हो गया. हादसे के बाद नगर निगम के कर्मचारियों के हाथों फूल गए. क्योंकि करीब एक महीने की कड़ी मशक्कत के बाद 80 फीट का रावण का पुतला तैयार किया गया था. इसे क्रेन की मदद से खड़े करते वक्त धड़ाम से नीचे गिर गया.
क्रेन की रस्सियां और बेल्ट टूट जाने से गिर गया पुतला
क्रेन की रस्सियां और बेल्ट टूट जाने से पुतला प्लेटफॉर्म पर गिर गया. पुतले के गिरने के बाद उसके पीछे के हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया. देर रात तक क्षतिग्रस्त हुए पुतले को दोबारा से ठीक कर दशहरा मैदान में खड़ा करने के लिए मशक्कत की गई. नगर निगम की अधीक्षण अभियंता एम कुरैशी ने बताया कि इस साल 80 फीट का रावण का निर्माण दिल्ली से आए कारीगरों ने किया है.
बारिश के दौरान हुआ यह हादसा
कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले तो खड़े हो गए थे, लेकिन रावण का पुतला खड़ा करने के दौरान हादसा हो गया. जैसे ही रावण के पुतले को क्रेन की मदद से खड़ा करने लगे तो अचानक बारिश भी शुरू हो गई. जिससे उसकी क्रेन पर ही काफी देर तक रोकना रखना पड़ा. पुतले को बारिश से बचाने की कोशिश होने लगी, लेकिन वजन ज्यादा होने के चलते क्रेन के रस्सी टूट गया.
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