
Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा आंतरिक कलह से जूझ रही है. पार्टी द्वारा घोषित की गई 41 प्रत्याशियों की पहली सूची के बाद करीब एक दर्जन सीटों पर विरोध देखने को मिल रहा है. जगह-जगह से पार्टी के पुराने नेता बगावती तेवर दिखा रहे हैं. पार्टी के कई नेताओं ने तो निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है. इस बीच अब बड़ी खबर सवाई माधोपुर से सामने आ रही है. जहां पार्टी ने राज्यसभा सांसद डॉ. किरोडी लाल मीणा को टिकट दिया है. लेकिन यहां अब किरोड़ी लाल मीणा के खिलाफ भाजपा की ही एक नेता मोर्चा खोलती नजर आ रही हैं. पार्टी से टिकट न मिलने से नाराज भाजपा कार्य समिति सदस्य आशा मीना निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना रही हैं.
दरअसल सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से भाजपा द्वारा डॉक्टर किरोडी लाल मीणा को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद सवाई माधोपुर भाजपा में गुटबाजी एवं विरोध के सुर दिखाई देने लगे है. भाजपा कार्य समिति सदस्य आशा मीना ने बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए.
कई गांवों का दौरा कर आशा मीना ने टटोला लोगों का मन
इसी कड़ी में आशा मीना ने आज बाडोलास, रईथा कला, रईथा खुर्द, हिंगोनी, निनोनी, देवली सहित कई गांवों का दौरा कर ग्रामीणों से मुलाकात की और ग्रामीणों का मन टटोला. आशा मीना ने एक प्रेसनोट जारी कर मीडिया को जानकारी भी दी कि वे पिछले पांच वर्ष से लगातार सवाई माधोपुर विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर आमजन की समस्याओं के निराकरण के लिए संघर्ष कर रही हैं.
प्रेस नोट में उन्होंने लिखा कि क्षेत्र की जनता को उम्मीद थी कि भाजपा की ओर से आशा मीना को ही विधायक पद का उम्मीदवार बनाया जाएगा, लेकिन पार्टी ने गत दिनों सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से अन्य को टिकट दे दिया. इसके बावजूद आशा मीना क्षेत्र की जनता से संपर्क बनाए हुए हैं.
आशा का निर्दलीय चुनाव लड़ने भाजपा के लिए शुभ संकेत नहीं
आशा मीना गांव व ढाणी में जाकर ग्रामीणों से मुलाकात कर रही हैं खास बात यह है कि भाजपा द्वारा टिकट काटे जाने के बावजूद क्षेत्र का दौरा किए जाने से क्षेत्र की जनता की उम्मीदों व सर्मथन को देखते हुए आशा मीना निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है. जो भाजपा के लिए शुभ संकेत नहीं है.
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