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This Article is From Sep 24, 2023

Sanwaliya Seth Janmashtami: कृष्णधाम सांवलियाजी में तीन दिवसीय जलझूलनी मेले का रंगारंग शुभारम्भ, जानें मेले में कब-क्या होगा?

चित्तौड़गढ़ के ऐतिहासिक कृष्णधाम सांवलियाजी में तीन दिवसीय जलझूलनी मेले का रंगारंग शुभारम्भ हो गया है. मेले में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होगा आयोजन, जिसमें कैलास खेर भी अपने बैंड के साथ प्रस्तुति देंगे.

Sanwaliya Seth Janmashtami: कृष्णधाम सांवलियाजी में तीन दिवसीय जलझूलनी मेले का रंगारंग शुभारम्भ, जानें मेले में कब-क्या होगा?
कृष्णधाम सांवलियाजी मंदिर
Chittorgarh News:

ऐतिहासिक कृष्णधाम सांवलियाजी में रविवार दोपहर में भगवान श्री सांवलिया सेठ एवं बाल गोपाल की पूजा अर्चना कर अभ्यास शोभायात्रा आरंभ हुई. इसी के साथ तीन दिवसीय जलझुलनी एकादशी मेले का शुभारंभ भी हो गया. मंदिर परिसर में सांवलियाजी वैदिक विद्यालय के आचार्य एवं बटुकों द्वारा गणपति वंदना व मंत्रोच्चार के मध्य शंखनाद करते हुए विशाल मेले का शुभारंभ किया गया.

मंदिर में पुजारी द्वारा भगवान श्री सांवलिया सेठ के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ उत्थापन झांकी में ओसरा पुजारी व अन्य पुजारियों ने भगवान के बाल स्वरूप की पारंपरिक पूजा-अर्चना के बाद छोटे बेवाण में विराजित किया, जिसके बाद शंखनाद और श्रद्धालुओं के जयकारों के मध्य छोटे बेवाण को लाकर लकड़ी (काष्ठ) के रथ में स्थापित किया.

मंदिर मंडल के अध्यक्ष सहित अन्य लोगों ने सांवलिया सेठ को नमन कर अगवानी की. उपस्थित कस्बावासियों और श्रद्धालुओं ने पुष्पों व गुलाल की बौछार के साथ भगवान के बालस्वरूप का अभिनन्दन किया. इसी के साथ रथ को दक्षिणी द्वार से बाहर निकाला गया. शोभायात्रा में सबसे आगे ध्वज, ऊटों पर नक्कारखाना, हाथी, घोडे चल रहे थे.

सांवलिया बैंड व बरसों से मेले में आ रहे सुभाष बेंड की धुन पर श्रद्धालु नाच रहे थे. हनुमानजी सांवलियाजी और विभिन्न प्रकार की झांकियों व विशेष बैंड वाली शोभायात्रा पारम्परिक मार्ग से गुजरते हुए रात आठ बजे मुख्य मंदिर पहुंची, जिसकी अगवानी भव्य आतिशबाजी के रंगीन नजारों से की गई.

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कृष्णधाम में हुआ विशेष श्रंगार 

जलझुलनी मेले पर कृष्णधाम में सांवलियाजी की विशेष झांकी सजाई गई, जिसमें पुजारी अमित एवं विशाल वैष्णव ने भगवान सांवलियाजी को गंगाजल से स्नान करवा कर पारम्परिकवसे हटकर नए अन्दाज में भगवान को श्रंगार कराया. गले में मोतियों की माला व भाल पर केसर और चंदन का विशेष तिलक लगाया. सुगंधित द्रव्य अर्पित किए गए और गृर्भगृह के अन्दर व द्वार पर पुष्प गुच्छों व गुब्बारों से सज्जा की गई व फूलों की बंदनवार सजाई गई. 

मेले के लिए सजी दुकानें, लगे झूले 

मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए पार्किंग स्थल पर विभिन्न प्रकार के झूले, चकरी आदि लग गए हैं, जिनमें लोग झूलने का आनंद ले रहे हैं. वहीं पर मेले के विभिन्न क्षेत्रों में मनिहारी, खिलौनों, तस्वीरों सहित खाने-पीने की भांति -भांति की दुकानें भी सज गई है.

सुरक्षा के लिए मुस्तैद रहेंगे अधिकारी

मेले में कानून व्यवस्था की दृष्टि से मेला मजिस्ट्रेट भदेसर उपखंड, मोनिका सामर, डीवाईएसपी नरपतसिंह, भदेसर तहसीलदार गुणवंत माली, थाना प्रभारी रविन्द्र सेन सहित अन्य अधिकारी लगातार तैनात रहकर व्यवस्थाएं कर रहे हैं.

हेलिकॉप्टर से होगी पुष्प वर्षा

मेले के दूसरे दिन सोमवार को दोपहर में हर वर्ष की भांति विशाल रथयात्रा के द्वारा भगवान को सरोवर में स्नान करवाया जाएगा. रथ यात्रा में ढोल, ताशा, वादन प्रस्तुति और महाराष्ट्रीयन घंटी वादन की भव्य प्रस्तुति होगी. इसी दिन सुबह 11 बजे मंदिर शिखर पर हेलीकॉप्टर द्वारा गुलाब की पुष्प वर्षा भी की जाएगी.

विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होगा आयोजन

बॉलीवुड सिंगर कैलाश खेर अपने कैलासा बैंड के साथ यहां एक लाइव प्रस्तुति देंगे. साथ ही, बृजवासी ब्रदर्स और हार्मोनी ऑफ पाइन्स हिमाचल पुलिस बैंड की भी प्रस्तुति होगी. रात को एक बजे भजन संध्या में कौशल्या रामावत मय दल द्वारा भजन संध्या की प्रस्तुति होगी. रात्रि में मेला ग्राउंड, मीरा रंगमंच और गोवर्धन रंगमंच पर विशाल भजन संध्या और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम जारी रहेंगे.

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