
Rajasthan News: राजस्थान में सीकर जिले के श्रीमाधोपुर क्षेत्र के जाजोद गांव में CISF जवान सुरेश महरिया की अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ हुई. मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में ड्यूटी के दौरान हादसे में सुरेश की शहादत से पूरे गांव में शोक की लहर छा गई. उनके पैतृक गांव दीपाली कांसरड़ा में हजारों लोग उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे.
हादसे में दी शहादत
सुरेश महरिया छिंदवाड़ा के तामिया-परासिया मार्ग पर ड्यूटी के दौरान गाड़ी से उतरकर टॉयलेट के लिए पहाड़ी की ओर गए थे. अचानक उनका पैर फिसला और वे 60 फीट गहरी खाई में गिर गए. गंभीर चोटों के कारण उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई. इस दुखद घटना ने सभी को झकझोर दिया.
तिरंगा यात्रा के साथ दी श्रद्धांजलि
की पार्थिव देह जब गांव पहुंची, तो रींगस भैरूजी मोड़ से तिरंगा यात्रा निकाली गई. खंडेला विधायक सुभाष मील के नेतृत्व में हजारों युवाओं ने "भारत माता की जय" और " सुरेश अमर रहें" के नारे लगाए. गांव में माहौल गमगीन हो गया. की पत्नी संतोष देवी और बेटी मीनू पार्थिव देह को देखकर बेसुध हो गईं.
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
मोक्षधाम में सुरेश महरिया का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया. उनके बेटे सुनील कुमार ने मुखाग्नि दी. सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर को श्रद्धांजलि अर्पित की और तिरंगा बेटे सुनील को सौंपा. बेटी मीनू ने सलामी देकर पिता को अंतिम विदाई दी.
नेताओं और अधिकारियों ने किया नमन
अंतिम संस्कार में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया, पूर्व किसान आयोग अध्यक्ष महादेव सिंह खंडेला, पूर्व चिकित्सा मंत्री बंशीधर बाजिया, एसडीएम बृजेश गुप्ता, डिप्टी एसपी इंसार अली, तहसीलदार विवेक कटारिया और थानाधिकारी गिरधारीलाल डिगवाल सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे. CISF बटालियन आमेर कुण्डा 8 RB के जवानों ने भी को श्रद्धांजलि दी. सुरेश महरिया की वीरता और बलिदान को हमेशा याद किया जाएगा.
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