
सिरोही जिले के आबू रोड मीन तलेटी ग्राम पंचायत क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने को लेकर जिला कलक्टर सिरोही द्वारा 31 अगस्त को नीलामी रखी गई थी. लेकिन आदिवासियों के विरोध के बाद इस नीलामी को निरस्त कर दिया गया है. दरअसल नीलामी की तारीख नजदीक आता देख मीन तलेटी और आस-पास के सैकड़ों आदिवासी और जनप्रतिनिधियों ने सिरोही सर्किट हाउस पहुंचकर स्थानीय विधायक संयम लोढा से मुलाकात कर नीलामी रुकवाने की अपील की थी. सिरोही विधायक लोढा ने भी पूरे मामले की जानकारी लेते हुए तुरंत डीएम से बात की. जिसके बाद डीएम ने नीलामी निरस्त करने का फैसला लिया.
आदिवासी समाज के लोगों ने विधायक लोढा को बताया कि क्षेत्र में कोई भूमि खाली नहीं है, सभी पर आदिवासी परिवार बरसों से काबिज है और खेती भी कर रहे है. ऐसे में यदि नीलामी होती तो इसका असर सैकड़ों आदिवासी परिवारों पर पड़ेगा. इस पर सिरोही विधायक संयम लोढा ने पूरे मामले को समझने के बाद जिला कलक्टर डॉ भंवरलाल को पूरे प्रकरण से अवगत कराकर आदिवासियों की जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए नीलामी को स्थायी रूप से निरस्त करने की मांग की.
स्थानीय लोगों और विधायक की बात पर जिला कलक्टर डॉ भंवरलाल ने तत्काल प्रभाव से नीलामी के आदेश को निरस्त करने की घोषणा की. नीलामी आदेश निरस्त होने की सूचना मिलने पर तलेटी व आसपास के आदिवासियों ने विधायक संयम लोढा का आभार जताते हुए कहा कि विधायक संयम लोढा ने आदिवासियों की जन भावनाओं को समझने के बाद उनकी समस्या का समाधान तुरंत निकलवाया. इसके लिए समस्त आदिवासी समाज विधायक का आभारी है.
आदिवासियों ने पूर्व विधायक लालाराम गरासिया, तलेटी का सरपंच भीखाराम गरासिया, जाम्बुडी सरपंच प्रतिनिधि सकराराम ने विधायक संयम लोढा से सिरोही सर्किट हाउस में मुलाकात कर आदिवासियों की भावनाओं से अवगत कराकर निलामी को रोकने की मांग की थी. जिस पर विधायक संयम लोढा ने सर्किट हाउस में जिला कलक्टर डॉ भंवरलाल को आदिवासियों के पूरे मामले से अवगत कराया जिसके बाद जिला कलक्टर सिरोही ने 29 अगस्त की शाम निलामी की सूचना निरस्त करते हुए आदेश जारी किए.