CRS Special Train: कोयले वाली छुक-छुक रेल से शुरू हुआ भारतीय रेलवे का सफर आज अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक ट्रेन तक पहुंच गया है. शनिवार को डीडवाना जिले के गोविंदी मारवाड़ से नावांशहर तक 120 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से सीआरएस स्पेशल ट्रेन का सफल ट्रायल संपन्न हुआ.इसी के साथ जयपुर से जोधपुर रेलमार्ग पूरी तरह डबलिंग हो चुका है.
नए डबलिंग ट्रैक पर सीआरएस स्पेशल ट्रायल ट्रेन सफलतापूर्वक दौड़ पड़ी
उत्तर पश्चिम रेलवे की ओर से राइकाबाग-फुलेरा रेलमार्ग दोहरीकरण के तहत वेस्टर्न सर्किल के संरक्षा आयुक्त आर. के. शर्मा एक दिन के निरीक्षण दौरे के तहत नावां सिटी पहुंचे. रेल दोहरीकरण कार्यों का बारीकी से निरीक्षण करने के बाद किया गया यह परीक्षण सफल रहा. जिससे रेल मंडल के अधिकारियों व कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई.
राइकाबाग (जोधपुर)-फुलेरा (जयपुर) रेल दोहरीकरण परियोजना पूरी
इस ट्रायल के साथ ही राइकाबाग (जोधपुर)-फुलेरा (जयपुर) रेल दोहरीकरण परियोजना पूरी हो गई है. इस दोहरीकरण कार्य के पूरा होने से जोधपुर डबल लाइन से जयपुर से जुड़ गया है. ऐसे में अब ट्रेनें क्रॉसिंग में नहीं रुकेगी, जिससे ट्रेनें बिना रुके पूरी गति के साथ दौड़ सकेंगी और समय की बचत होगी.
रेल मार्ग का बड़ा हिस्सा डीडवाना और नागौर जिले से होकर गुजर रहा
राइकाबाग (जोधपुर)-फुलेरा (जयपुर) रेल दोहरीकरण परियोजना पूरी होने के साथ ही मालगाड़ियों का संचालन भी सुगम होगा. इस रेल मार्ग का बड़ा हिस्सा डीडवाना और नागौर जिले से होकर गुजर रहा है, जिसका लाभ इन क्षेत्रों के यात्रियों को मिलेगा
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