
Jodhpur News: राजस्थान में बजरी माफियाओं के हौसले बुलंद है. ताजा मामला जोधपुर के निकटतर्वी लूणी तहसील के भाचरणा गांव से आया है, जहां अवैध रूप से स्टॉक की गई 3293 टन बजरी चोरी हो गई. इसकी निगरानी और सुपुर्दगी की जिम्मेदारी सरपंच की थी. माइनिंग विभाग की कार्रवाई के बाद से ही बजरी माफियाओं ने जब्त की हुई बजरी साफ करनी शुरू कर दी. जानकारों की माने तो एक साथ और एक रात में इतनी सारी बजरी चोरी नहीं कर सकते थे, इसलिए इन्होंने 15 दिन तक कई डंपर लगाकर स्टॉक की गई इस बजरी को पूरा साफ कर दिया. स्टॉक की गई अवैध बजरी चोरी का मामला अज्ञात के खिलाफ लूणी थाने में दर्ज हुआ है.
माइनिंग अफसर ने दी रिपोर्ट
पुलिस के अनुसार माइनिंग विभाग के प्रशासनिक अधिकारी बाबू सिंह कोहली ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दी. इस रिपोर्ट में उन्होंने बताया कि उदयपुर स्थित निदेशालय के कंट्रोल रूम से मिली सूचना के बाद माइनिंग विभाग मौके पर पहुंची. जहां नाडी का ओरण में ग्रामीणों द्वारा बजरी का हजारों टन अवैध स्टॉक किया गया था. इस संबंध में 30 जनवरी को सहायक खनिज अभियंता और हल्का पटवारी भाचरणा ने राजस्व विभाग और पुलिस के साथ शिकायत स्थल की जांच की. मौका स्थल पर ग्राम पंचायत ढेड़ी नाडी के आस-पास का है, जहां बहुत बड़े क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर खनिज बजरी के ढेर पाए गए. हल्का पटवारी से इस क्षेत्र की तस्दीक करवाई गई. जहां पर बजरी की मात्रा 3293 टन पाई गई.
सरपंच और उनके बेटे को सौंपी थी देखभाल की जिम्मेदारी
टीम ने मौके पर पटवारी बुलाकर इस संबंध में कार्रवाई की और बजरी को जब्त कर लिया. इसके बाद ग्राम पंचायत सरपंच धाई देवी पत्नी गोलाराम गोदारा और उनके बेटे अशोक को इस बजरी को ग्राम पंचायत भाचरणा के अधीन पड़े होने के कारण मौके पर बुलाकर संयुक्त रूप से सुपुर्दगी में दी गई. साथ ही यह भी निर्देश दिए गए कि इस बजरी को कार्यालय के अग्रिम आदेश तक अपनी सुपुर्दगी/निगरानी में रखने और खुर्दबुर्द नहीं करने की जिम्मेदारी सौंपी.