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Babulal Kharadi Death Threat: राजस्थान के कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी को जान से मारने की धमकी मिली है. मंत्री को यह धमकी एक व्हाट्स एप ग्रुप में मिली. जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से भी की. मंत्री को मिली धमकी की खबर पाते ही पुलिस प्रशासन तुंरत एक्टिव हुई. त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मंत्री को धमकी देने वाले युवक को एक घंटे में डिटेन कर लिया. अब उससे पूछताछ की जा रही है.
मिली जानाकरी के अनुसार मंत्री बाबूलाल खराड़ी को जान से मारने की धमकी में उन्हें गोरकुंडा माताजी मंदिर में नहीं आने की हिदायत दी गई. मैसेज में अपशब्द भी लिखे गए. धमकी मिलने के बाद मंत्री खराड़ी ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद कोटड़ा थाना पुलिस ने एक आरोपी युवक को एक घंटे के भीतर डिटेन किया है.
बता दें कि भजन लाल कैबिनेट में जगह पाने वाले बाबूलाल खराड़ी अपनी सादगी के लिए मशहूर हैं. वो चौथी बार विधायक बने हैं. लेकिन आज भी अपने केलूपोश (झोपड़ी) मकान में रहते हैं. यह सादगी और सरलता ही उनकी पहचान है. उनके इसी व्यवहार को लेकर पार्टी के कई बड़े नेता इनकी तारीफ कर चुके हैं.
खराड़ी के परिवार में उनकी दो पत्नियां है और दोनों पत्नी साथ ही रहती है. उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं, चारों बच्चों की शादी हो चुकी है. सबसे बड़े बेटा देवेन्द्र खराड़ी और प्रदु्मन खराड़ी दोनों पुत्र खेती करते हैं. भाजपा के बाबूलाल खराड़ी के पास एक ट्रैक्टर और एक गाड़ी है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से काफी लंबे समय तक जुड़े रहे खराड़ी की उनकी सादगी को देखते हुए भाजपा ने उन्हें 1987 में कोटड़ा मंडल युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया था. जो उनकी राजनीतिक प्रगति के लिए मिल का पत्थर साबित हुआ. इसके बाद वे पहली बार 1995 में जिला परिषद सदस्य के तौर पर चुनाव लड़े. वर्ष 2000 में कोटड़ा के प्रधान बने.
पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, प्रदेश प्रभारी विजिया राहटकर सहित कई नेता उनके घर पहुंचकर खराड़ी के सादगी की खूब तारीफ की थी. उनकी लोकप्रियता व उनकी कार्यशली को देखकर भाजपा ने उन्हें विधायक का टिकट दिया.
खराड़ी को वर्ष 1998 में पहली बार विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. भाजपा के नेतृत्व ने फिर दूसरी बार 2003 भाजपा ने उन पर वापस भरोसा जताया था. खराड़ी पहली विधायक बनकर राजस्थान विधानसभा में पहुंचे, दूसरी बार उन्होंने 2008 में भी चुनाव जीता और तीसरी बार 2013 में खराड़ी चुनाव हारे, 2018 में फिर से भाजपा ने पांचवी बार टिकट दिया जिसमें जिसमें उन्होंने जीत हासिल की. वहीं 2021 में सर्वश्रेष्ठ विधायक चुने गए.