
राजस्थान के बालोतरा जिले में गुरुवार को एक बड़ा हादसा हो गया. जिले से होकर बहने वाली लूनी नदी काल बन गई. इस नदी में नहाने गए तीन चचेरे भाइयों की डूबने से मौत हो गई. यह घटना बालोतरा जिले के सिणधरी इलाके के पायला कला गांव की है. करीब ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तीनों के शवों को बाहर निकाल कर सिणधरी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया, जहां पर तीनों बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा. इस घटना से मरने वालों के कोहराम मचा है. डूबने वालों में दो बच्चे 15 साल के जबकि एक बच्चा 16 साल का था.
सिणधरी के पायला कला गांव की घटना
मिली जानकारी के अनुसार बालोतरा जिले के सिणधरी उपखंड क्षेत्र के पायला कला गांव निवासी राहुल (15) पुत्र बंशीलाल, विकास (16) वर्ष पुत्र भावाराम और महेंद्र (15) वर्ष पुत्र छगनाराम निवासी पायला कलां घरों के आसपास साथ खेल रहे थे. खेलते-खेलते घर से करीब आधा किलोमीटर दूर लूनी नदी की रपट पायला कला-दरगुड़ा के पास पहुंच गए. फिर नदी में नहाने के लिए उतर गए. नदी में पानी गहरा होने के कारण तीनों अंदर ही फंस गए और डूबने लगे. वहां खेल रहे अन्य बच्चों ने परिवार व गांव में जानकारी दी.
ढाई घंटे की मशक्कत के बाद निकाले गए शव
बच्चों की डूबने की खबर मिलते ही स्थानीय लोग पहुंचे. गांव की गोताखोरों की मदद से तीनों बच्चों को बचाने की प्रयास की. लेकिन पानी गहरा होने और बच्चों के पानी में फंसे होने के चलते तीनों की डूबने से मौत हो गई. करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद तीनों के शव बाहर निकले जा सके.
तीनों मृतक बच्चे चचेरे भाई
जानकारी के अनुसार तीनों बच्चे आपस में चचेरे भाई थे, जो घर से खेलने के लिए निकले थे. मृतकों में राहुल 11वीं, विकास 11वीं और महेंद्र 9वीं कक्षा में पढ़ता है. एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत के बाद गांव में मातम छा गया. तीनों बच्चों के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है.