
Rajasthan: खाटूश्यामजी बाबा की सुबह 7:00 बजे होने वाली आरती में आंशिक परिवर्तन किया गया है. मंदिर कमेटी से मिली जानकारी के अनुसार, सुबह 7:00 बजे होने वाली श्रृंगार आरती अब भाद्रपद माह की एकम रविवार से सुबह 7:15 पर होगी. बाबा श्याम की पांच बार आरती होती है. पहली आरती सुबह 4:30 से 5 बजे होती है, जिसे मंगला आरती कहते हैं. दूसरी आरती सुबह 7:15 पर होगी, जिसे बाबा की श्रृंगार की आरती कहा जाता है.
साढ़े 12 बजे भोग आरती होती है
इसमें बाबा श्याम का भव्य श्रृंगार किया जाता है. दोपहर 12:30 बजे भोग आरती होती है, जिसमें बाबा को भोग लगाया जाता है. शाम को 7:00 बजे संध्या आरती होती है, जो लगभग देश के सभी देवी-देवता के मंदिरों में की जाती है. देर रात 10:00 बजे बाबा श्याम के दरबार में शयन आरती होती है, उसके बाद बाबा विश्राम करते हैं. फिर अगली सुबह 4:30 बजे ही मंगला आरती के साथ दर्शन देते हैं, इस प्रकार खाटू श्याम जी में बाबा श्याम के दरबार में कुल 5 समय आरती की जाती है .
मंगला आरती में बाबा के दर्शन करते हैं
इन सभी आरतियों में लोग अपनी-अपनी मान्यता के अनुसार दर्शन करते हैं. स्थानीय खाटू वासी लगभग मंगला आरती और संध्या आरती में बाबा के दर्शन करते हैं. बाबा को हर बार एक नए स्वरूप में दर्शन करने वाले श्याम भक्त श्रंगार आरती में बाबा के दर्शन करते हैं. देश के कुछ श्याम भक्त बाबा को प्रसाद-भोग चढ़ाकर दर्शन करते हैं, ऐसे लोग भोग आरती में दोपहर 12:30 बजे दर्शन करते हैं.
रात दस बजे होती है शयन आरती
अधिकांश श्याम भक्त शाम 7 बजे के बाद होने वाली संध्या आरती में बाबा के दर्शन करते हैं, और मनौतिया मांगते हैं. उसके बाद अंतिम आरती, जिसे शयन आरती कहा जाता है, वह देर रात 10:00 बजे होती है. उसके बाद में बाबा विश्राम करते हैं, और भक्तों को अगली सुबह 4:30 बजे दर्शन देते हैं. हालांकि एकादशी, द्वादशी, रविवार और विशेष त्यौहारों और पर्वों सहित वार्षिक मेला अवधि में रात भर भी मंदिर खुला रहता है. और बाबा श्याम अपने भक्तों को निरंतर दर्शन देते हैं.
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