
Rajasthan News: आजादी के समय पाकिस्तान से आए सिंधी लोगों की जमीन बेचने के मामले में पुलिस ने टोंक में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में बीजेपी का पूर्व पार्षद भी शामिल है. इन लोगों ने सिंधी लोगों के नाम अलॉट जमीन का फर्जी तरीके से वारिस बनकर रजिस्ट्री कराई थी. पुलिस ने दोनों आरोपियों को एक दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है. आने वाले दिनों में इस मामले में कई और खुलासे हो सकते हैं.
सिंधी लोगों के नाम अलॉट हुई थी जमीन
जानकारी के अनुसार, टोंक के अरनिया केदार पंचायत में पाकिस्तान से भारत आये सिंधी समाज के लोगों के नाम अलॉट हुई थी. इसके बाद कुछ लोगों ने जमीन की फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करवाकर अपने नाम खाता भी खुलवा लिया, लेकिन एक शिकायत पर लंबी जांच प्रक्रिया के बाद पुलिस ने दो ओर लोगों की गिरफ्तार किया.
कुछ कांग्रेस नेता भी आरोपी
पुलिस ने इस गोरखधंधे के मुख्य सूत्रधार भाजपा के पूर्व पार्षद नत्थू मल सिंधी व फर्ज़ी वारिस बने शोभाराम सिंधी को गिरफ्तार किया है. दो अलग अलग अधिकारियों की जांच के बाद मामले में एक दर्जन लोगों के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया गया था. खास बात यह कि इसमें कुछ कांग्रेस नेताओं को भी आरोपी बनाया गया था.
पुलिस द्वारा इस मामले में जयपुर निवासी ओमप्रकाश की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है. ओम प्रकाश को भी जमीन का फर्जी वारिस बना पेश किया गया था. कलेक्टर द्वारा कराई गई जांच में नत्थू मल सिंधी को इस गोरखधंधे का सूत्रधार माना गया था. अब उसकी गिरफ्तारी हुई है.
अभी और गिरफ्तारी होगी
नत्थू सिंधी व उसकी पत्नि दो अलग-अलग वार्ड में नगर परिषद टोंक से पार्षद रह चुके हैं. वहीं, शोभाराम सिंधी जयपुर का रहने वाला है और दोनों को एक दिन के पीसी रिमांड पर ले पूछताछ की जा रही है. थानाधिकारी भंवर लाल वैष्णव ने बताया कि अभी इस मामले और कई गिरफ्तारी होना बाकी है.
यह भी पढे़ं-