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Rajasthan News: खुशखबरी! कोटा में हवाई सेवा को लगे पंख, ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट पर हुआ त्रिपक्षीय MOU

कोटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण से हाड़ौती के लाखों लोगों को हवाई सुविधा मिल सकेगी. इससे शिक्षा और व्यापारिक गतिविधियों में भी इजाफा होगा. 

Rajasthan News: खुशखबरी! कोटा में हवाई सेवा को लगे पंख, ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट पर हुआ त्रिपक्षीय MOU
कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट पर MOU हुआ

Rajasthan News: हाड़ौतीवासियों की सालों पुरानी मुराद अब जल्द पूरी होने जा रही है. केंद्र और राज्य सरकार ने कोटा में एयरपोर्ट के निर्माण की गति को तेज कर दिया है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट (Kota Airport) के विकास को लेकर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, नगरीय विकास विभाग व नागरिक उड्डयन विभाग के मध्य हुए त्रिपक्षीय एमओयू साइन किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि आमजन को अत्याधुनिक हवाई सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट (Kota Greenfield Airport) मील का पत्थर साबित होगा.

लाखों लोगों को मिलेगी हवाई सुविधा

सीएम शर्मा ने कहा कि इसके निर्माण से प्रदेश में ना केवल पर्यटन को गति मिलेगी, बल्कि शिक्षा और व्यापारिक गतिविधियों में भी इजाफा होगा. प्रदेश में जिस गति से सड़क एवं रेल मार्ग का विस्तार हो रहा है, उसी स्केल पर हवाई क्षेत्र पर फोकस किया जा रहा है. कोटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण से हाड़ौती के लाखों लोगों को हवाई सुविधा मिल सकेगी. जयपुर एयरपोर्ट (Jaipur Airport) के टर्मिनल की क्षमता का भी विस्तार किया जा रहा है. वर्तमान में इसकी क्षमता 50 लाख यात्री प्रतिवर्ष है, जो विस्तार के बाद बढ़कर 70 लाख प्रतिवर्ष हो जाएगी. उन्होंने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष से आग्रह किया कि जयपुर एयरपोर्ट पर नए स्टेट टर्मिनल के लिए शीघ्र कार्य शुरू करें.

फ्री में जमीन देगी राजस्थान सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उदयपुर हवाई अड्डे के विकास और विस्तार व उत्तरलाई (बाड़मेर) हवाई अड्डे पर स्थायी सिविल एन्क्लेव एवं अप्रोच रोड के लिए फ्री में जमीन उपलब्ध कराएगी. राज्य सरकार कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट निर्माण के लिए भी जमीन उपलब्ध करवाएगी. ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण, विकास एवं संचालन की सम्पूर्ण जिम्मेदारी भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की होगी. एयरपोर्ट के सर्वे की अनुमति दे दी गई है.

साथ ही, एयरपोर्ट की प्रस्तावित भूमि में से पीजीसीआईएल (पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड) की 400 केवी की हाइटेंशन लाइन शिफ्ट करने की आवश्यक कार्रवाई हो चुकी है. मुख्यमंत्री ने कोटा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रस्तावित एयरपोर्ट के आस-पास सुनियोजित विकास का रोडमैप तैयार करें. एयरपोर्ट के आस-पास की जमीन को अधिग्रहण या लैंड पूलिंग एक्ट के माध्यम से नियोजित कर क्षेत्र के विकास की कार्यवाही सम्पादित की जाए. 

440.086 हेक्टेयर भूमि पर होगा एयरपोर्ट का निर्माण

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है. इसके बाद टेण्डर आमंत्रित किए जाएंगे. नगरीय विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव टी. रविकान्त ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बताया कि ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण 440.086 हेक्टेयर भूमि पर किया जाएगा. कोटा विकास प्राधिकरण की परिधि सीमा में यह भूमि राजस्व ग्राम तुलसी, कैथुदा, बालापुरा एवं देवरिया, जिला बूंदी में स्थित है. इसमें से 406.678 हैक्टेयर वन भूमि एवं 33.408 हैक्टेयर गैर वन भूमि कोटा विकास प्राधिकरण के स्वामित्व की है.

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