Rajasthan News: उदयपुर में तेंदुए का खौफ खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. गोगुंदा तहसील की छाली ग्राम पंचायत में अब तक 5 लोगों की जान जा चुकी है. 6 दिन से ये इलाका तेंदुए के आतंक के साए में है. मंगलवार सुबह सुखद खबर आई कि एक साथ दो तेंदुए पकड़े गए, लेकिन दो दिन के अंदर ही उसी 5 किलोमीटर के दायरे में 2 अन्य तेंदुओं ने दस्तक दे दी. एक ही इलाके में तेंदुए की इस प्रकार से दस्तक होने से वन विभाग भी सकते में है. वहीं ग्रामीण आदमखौर तेंदुए को पकड़ने के लिए लगातार सवाल उठा रहे हैं.
कल रात 5 साल की बच्ची पर हुआ हमला
पिछले हफ्ते तेंदुए के आतंक का सिलसिला शुरू हुआ था. सबसे पहले 16 साल की कमला को तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था. उसके अगले दिन उसका शव मिला था. इसके बाद दो इंसानों पर फिर अटैक हुआ, जिसमें उनकी मौत हो गई. वन विभाग, आर्मी और पुलिस ने मिलकर लगातार तेंदुए की तलाश की और पिंजरे भी लगाए. इसमें दो तेंदुए ट्रैप भी हुए. मगर कल रात फिर 5 साल की बच्ची पर तेंदुए ने हमला किया और ग्रामीणों के सामने उसके शव को घसीटते हुए ले गया. इसके घटना से करीब 1 किलोमीटर दूर एक अन्य तेंदुए के पैरों के निशान मिले, जिससे ग्रामीणों में खौफ बढ़ गया.
सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रहे हैं ग्रामीण
पांच साल की बच्चे की मौत होने के बाद ग्रामीण गुस्से में आ गए. विरोध करते हुए मार्ग को जाम कर दिया. कुछ ही देर में गोगुंदा एसडीएम, पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. अब विरोध कर रहे ग्रामीण और अधिकारियों के बीच वार्ता चल रही हैं. ग्रामीण मुआवजे की मांग कर रहे हैं और तेंदुए की घटना की सख्त रोकथाम की बात कर रहे हैं.
बड़ा सवाल कि आदमखोर तेंदुआ कौन?
वन विभाग के अधिकारियों के लिए भी इन दो तेंदुए की मौजूदगी चौकाने वाली है. छाली ग्राम पंचायत में पगमार्क मिले तेंदुए को जोड़ा जाए तो महज तीन किलोमीटर के दायर में 3 तेंदुए का मूवमेंट था, लेकिन कई सर्च के बाद एक भी नहीं दिखा. वहीं सवाल यह भी है कि महज 5 किलोमीटर दूर बच्ची का शिकार करने वाला तेंदुए कहां से आया. क्योंकि माना जाता है कि एक तेंदुए की टेरिटरी 15 से 20 किलोमीटर होती है और इतने किलोमीटर में अब तक 4 तेंदुओं ने दस्तक दे दी है. फिलहाल पकड़े गए तेंदुए के सैंपल ले लिए गए हैं और उन्हें लेबोरेटरी भेज दिया गया है. रिपोर्ट आने पर साफ होगा कि आदमखोर पैंथर कौन है.
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