UPSC Civil Services Exam 2023 Results: IAS, IPS अफसरों को चुनने वाली देश की सबसे कठिन परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) का रिजल्ट मंगलवार को जारी हो गया है. यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 में 1, 016 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं. लखनऊ के आदित्य श्रीवास्तव ने सिविल सेवा परीक्षा 2023 में टॉप किया है. वहीं, अनिमेष प्रधान और डोनुरु अनन्या रेड्डी को क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान मिला है. इस परीक्षा में राजस्थान के भी कई अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की है. यूं तो यूपीएससी की परीक्षा पास करने वाले सभी अभ्यर्थियों की कामयाबी खास है. लेकिन राजस्थान के सीकर जिले के खंडेला इलाके के बस्सी गांव निवासी मोहन मंगावा की कामयाबी औरों से अलग हैं.
यूपीएससी परीक्षा पास करने वाले सीकर के मोहन मंगावा के पिता हरपाल मंगावा राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हैं. कुछ दिनों पहले तक हरपाल राजस्थान के एक विधायक की सुरक्षा में तैनात थे. आज उनका बेटा यूपीएसएसी की परीक्षा पास कर बड़ा अफसर बनने के रास्ते पर निकल चुका है.
कांस्टेबल के बेटे ने हासिल की 551वीं रैंक
सीकर जिले के खंडेला इलाके के बस्सी गांव के रहने वाले साधारण परिवार के मोहन मंगावा ने यूपीएससी की परीक्षा में 551 वीं रैंक हासिल की है. सिविल सर्विसेज परीक्षा में 551 वीं रैंक हासिल करने के बाद मोहन के परिवार सहित पूरे गांव में जश्न का माहौल है. मोहन मंगावा के पिता हरलाल मंगावा वर्तमान में राजस्थान पुलिस में जयपुर कार्यरत हैं. मोहन के पिता हरलाल इससे पहले नागौर से विधायक हरेंद्र मिर्धा की सुरक्षा में भी तैनात रह चुके हैं.
कांस्टेबल पिता को देखकर जनसेवा की भावना जागी
मोहन की मां धापू देवी घरेलू महिला है. मोहन तीन भाई-बहन है. मोहन मंगावा ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके पिता पुलिस की नौकरी करते हुए आमजन की सेवा में दिन-रात लगे रहते हैं. पिता को आमजन की सेवा में देखते हुए उनके मन में भी यह ख्याल आया कि वह भी यूपीएससी परीक्षा देकर सेलेक्ट हो जन सेवा करें. उन्होंने पूरे दिन रात कई घण्टों तक यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की और आज आये परिणाम में 551 वीं रैक हासिल की.
2019 में नेवी में हुआ सलेक्शन, एक साल बाद नौकरी छोड़ शुरू की तैयारी
यूपीएससी परीक्षा में 551वी रैंक हासिल करने वाले मोहन मंगावा ने अपनी दसवीं तक की पढ़ाई श्रीमाधोपुर में ही पूरी की. दसवीं तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद मोहन आगे की शिक्षा पूरी करने के लिए जयपुर चले गए. वर्ष 2019 में मोहन की नौकरी भारतीय नौसेना में टेक्निकल ऑफिसर के रूप में हुई. भारतीय नौसेना में एक साल नौकरी करने के दौरान ही मोहन के मन में आया कि क्यों ना इससे बेहतर नौकरी की तैयारी की जाए. बेहतर नौकरी की इच्छा को लेकर 2020 में मोहन ने भारतीय नौसेना की नौकरी छोड़ दी और घर चला आया.
हर रोज घर पर ही 8-9 घंटे पढ़ाई करते थे मोहन मंगावा
मोहन ने बताया कि नौसेना की नौकरी छोड़ने के बाद वह प्रतिदिन घर पर ही करीब 8 से 9 घंटे तक प्रतिदिन यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करता था. मोहन की कड़ी मेहनत के बाद ही अब उसे यूपीएससी परीक्षा परिणाम में 551 वीं रैंक हासिल हुई है. मोहन ने बताया कि सिविल सर्विसेज के माध्यम से वह आमजन की सेवा करना चाहता है. मोहन मंगावा ने बताया कि यूपीएससी परीक्षा पास करने में उनके माता-पिता, भाई-बहन सहित परिवार का भी काफी सहयोग रहा. परीक्षा परिणाम आने के बाद पूरे परिवार और रिश्तेदारों में खुशी और जश्न का माहौल है.
राजस्थान पुलिस में नौकरी करने वाले के बेटे ने हासिल की 551वी रैंक
यूपीएससी परीक्षा 2023 के परिणाम में 551वी रैंक हासिल करने वाले खंडेला इलाके के बस्सी गांव निवासी मोहन मंगावा के पिता हरलाल मंगावा वर्तमान में राजस्थान पुलिस में जयपुर कार्यरत है. मोहन के पिता हरलाल मंगावा इससे पहले नागौर विधायक हरेंद्र मिर्धा की सुरक्षा व्यवस्था में भी तैनात रह चुके हैं. मोहन के अलावा भी राजस्थान के कई युवाओं ने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की है.
यह भी पढ़ें - UPSC Result 2023: बाड़मेर-बालोतरा जिले के कई युवाओं ने UPSC किया क्लियर, मात्र 26 साल की उम्र में अफसर बनेंगे मोहनलाल जाखड़
UPSC सिविल सेवा 2023 का रिजल्ट जारी, आदित्य श्रीवास्तव ने किया टॉप, ऐसे चेक करें अपना रैंक