
राजस्थान में लगातार बदल रहे मौसम के मिजाज ने गुरुवार सुबह फिर से अपना असर दिखाया. बूंदा बांदी के साथ हुई बरसात ने आमजन के साथ पशु-पक्षी एवं वन्यजीवों का जीवन भी प्रभावित हुआ है. सर्द हवाओं से बढ़ी ठिठुरन ने स्कूल- कॉलेज जाने वाले विद्यार्थियों को परेशान किया ह, तो वहीं रवि फसल के लिए ये बरसात काफी फायदेमंद मानी जा रही है. मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान में आगामी 1 से 2 दिनों में बारिश की चेतावनी दी है. सर्द हवाओं का भी असर देखने को मिल सकता है.
धौलपुर ने गड़बड़ाया मौसम
विगत 3 दिन से धौलपुर जिले में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है. सोमवार की रात को जोरदार बारिश हुई थी. मंगलवार को भी हल्की बूंदाबांदी के साथ बरसात का असर देखा गया था. लेकिन गुरुवार सुबह से ही आसमान में बादलों की घटाएं देखी जा रही थी. बूंदाबांदी के साथ बरसात का दौर शुरू हो गया. करीब आधा घंटे तक बारिश हुई. बरसात की वजह से आवागमन की रफ्तार थम गई. लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से प्रभावित हुई. कड़ाके की सर्दी एवं ठिठुरन ने लोगों को बेहाल कर दिया है, लोग अधिकांश घरों में कैद रहे हैं. वातावरण में पूरी तरह से ठंडक घुल गई है.
रवि फसल के लिए बारिश फायदेमंद
किसानों के मुताबिक बरसात रवि फसल के लिए काफी फायदेमंद मानी जा रही है. धौलपुर जिले में प्रमुख रूप से गेहूं, सरसों एवं आलू फसल का ट्रेंड रहा है. इन सभी फसलों में फायदा माना जा रहा है. सरसों, गेहूं एवं आलू की फसल उगकर खेतों में तैयार हो चुकी है. खेतों से खरपतवार को हटाकर किसान पानी लगाने की कवायत में जुट रहा था, लेकिन बरसात से पहला पानी फसल को नसीब हो गया है. तीनों फसल में पहला पानी लगने के बाद किसान यूरिया एवं कीटनाशक दवाओं का प्रयोग कर सकेगा.
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