
Rajasthan News: राजस्थान यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी को शनिवार सुबह गांधीनगर थाना पुलिस ने एग्जाम के बीच सेंटर में घुसकर गिरफ्तार कर लिया. बिना वर्दी के आए पुलिसकर्मी निर्मल के साथ सांगनेर विधायक अभिमन्यु पूनिया को भी गाड़ी में जबरन बैठाकर अपने साथ ले गए. हालांकि पूनिया के सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के बाद पुलिस ने उन्हें रिहा कर दिया. लेकिन निर्मल चौधरी को करीब 3 साल पुराने एक मामले में कार्रवाई की बात कहते हुए छोड़ने से इनकार कर दिया.
'मना करते-करते अंदर घुस गए'
निर्मल चौधरी यूनिवर्सिटी कैंपस के जिस रूम में बैठकर परीक्षा दे रहे थे, उसमें ड्यूटी पर तैनात किए गए इनविजिलेटर ने एक छात्र द्वारा बनाए गए वीडिया में कहा, 'यूनिवर्सिटी में एग्जाम चल रहा था. गेट बंद था. पुलिस वाले जबरदस्ती अंदर घुस गए. मैं बुड्ढा आदमी हूं, क्या ही करता. परीक्षा केंद्र में मौजूद सभी बच्चे डर गए थे. मेरा काम प्रशासनिक है. उनका काम कंट्रोल करना है. अगर वो अपना काम ठीक से नहीं कर रहे तो मैं क्या करूं? वो चलते एग्जाम के बीच में अंदर आ गए. मना करते-करते अंदर रूम में घुस गए. मैं पुलिस के आगे क्या ही करता? 10 बजे एग्जाम छुटना था, पुलिसकर्मी 9 बजे अंदर आ गए.'
'पुलिस ने बदले की कार्रवाई की'
कांग्रेस के नेता इसे पुलिस के बदले की कार्रवाई कह रहे हैं, क्योंकि 3 दिन पहले ही निर्मल का बारिश में बैठकर प्रदर्शन कर रहे डॉ. राकेश बिश्नोई के परिजनों के लिए टेंट मांगने पर पुलिसकर्मियों से झगड़ा हो गया था, जो बाद भी हाथापाई में तब्दील हो गया था. उस वक्त चौधरी अपने समर्थकों के साथ वहीं धरने पर बैठ गए थे. तब पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई करने की बात कही थी. हालांकि पुलिस का कहना है कि निर्मल चौधरी के खिलाफ साल 2022 में दर्ज हुए राजकार्य में बाधा डालने के मामले में आज कार्रवाई की गई है. यह मामला सरकारी संपत्ति की तोड़फोड़ से जुड़ा है.
'जल्द से जल्द रिहा करने की मांग'
अब राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, विधायक अभिमन्यु पूनिया, पूर्व विधायक अनिल चोपड़ा समेत कई नेता और सैकड़ों समर्थक प्रदेश की भजनलाल सरकार निर्मल चौधरी को तुरंत रिहा करने की मांग कर रहे हैं. सचिन पायलट ने कहा, 'हर जनप्रतिनिधि को आंदोलन, धरना, प्रदर्शन करने का लोकतांत्रिक अधिकारी है. पुलिस, प्रशासन व सरकार अगर विपक्ष के लोगों को टारगेट करेगी तो इसके अच्छे परिणाम नहीं आएंगे. समझाइश से इसका समाधान हो सकता है. लेकिन बदले की भावना से लोगों को डिटेन/अरेस्ट करना बहुत गलत है. लेकिन सरकार ऐसा कर रही है, जिसका हम पुरजोर विरोध करेंगे.'
जयपुर कमिश्नरेट से चल रही बातचीत
वहीं, आज दोपहर 2 बजे जालूपूरा आवास पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने निर्मल चौधरी की गिरफ्तारी को लेकर बैठक बुलाई है. मीडिया से बातचीत में हनुमान बेनीवाल ने कहा कि अभी जयपुर कमिश्नरेट से बातचीत चल रही है. अगर रिहा नहीं किया गया तो हनुमान बेनीवाल गांधीनगर थाने का घेराव कर सकते हैं. निर्मल चौधरी के समर्थकों ने भी थाने के घेराव का ऐलान किया था. हालांकि अभिमन्यु पूनिया के सचिन पायलट के आवास पर पहुंचने पर ये मामला अभी शांत हो गया.
'पुलिस के सिविल ड्रेस में आने पर सवाल'कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया ने सचिन पायलट के आवास पर मीडिया से बातचीत में कहा, 'पुलिस का सिविल ड्रेस में आकर निर्मल चौधरी को यूनिवर्सिटी कैंपस से गिरफ्तार करना राज्य सरकार पर बड़े सवाल खड़े करता है. क्या निर्मल चौधरी इतना बड़ा डाकू/अपराधी हो गया, जो उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस साथ में मुझे भी उठा लिया. अगर एक जनप्रतिनिधि की राजस्थान में ये हालत हो गई है तो सोचिए प्रदेश की आम जनता के साथ क्या होता होगा.'
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