
Kalika Patrolling Unit: उत्तर प्रदेश में मनचलों पर नकेल कसने के लिए एंटी रोमियो स्क्वॉड बनाया गया है. अब इसके तर्ज पर ही राजस्थान में मनचलों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कालिका पेट्रोलिंग यूनिट का गठन किया गया है. कालिका पेट्रोलिंग यूनिट में महिलाओं की फौज होगी जिसमें महिला कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल स्कूटर पर उन क्षेत्रों में गश्ती करेंगे जहां महिलाओं की भीड़ ज्यादा लगती है. यानी सड़क पर छेड़खानी करने वाले लोगों की अब खैर नहीं है.
राजस्थान पुलिस सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए अगले सप्ताह से विशेष गश्ती इकाइयां तैनात करेगी जिनकी अगुवाई महिला कर्मी ही करेंगी. अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि ये ‘‘कालिका पेट्रोलिंग यूनिट'' अपनी नीली वर्दी और चमकीले (नियान) मोनोग्राम से अलग ही पहचानी जाएंगी.
5 जिलों में 10-10 यूनिट होंगे तैनात
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (नागरिक अधिकार) मालिनी अग्रवाल ने कहा कि पहल 250 टीमों के साथ शुरू होगी, जिनमें हर गश्ती इकाई में चार महिला अधिकारी होंगी. योजना के तहत इसे 500 टीमों तक बढ़ाया जाएगा जिसमें जयपुर को शुरुआत में 35 गश्ती इकाई और प्रत्येक जिला आयुक्तालय को 10 इकाई मिलेंगी. ये इकाई वरिष्ठ महिला अधिकारियों की देखरेख में काम करेंगी. उन्होंने बताया कि इसके बाद कोटा में 20 गश्ती इकाई, उदयपुर में 12, जोधपुर , अजमेर और भीलवाड़ा में 10-10 इकाई तैनात की जाएंगी.
मालिनी ने कहा, 'सार्वजनिक स्थानों पर छेड़छाड़ और उत्पीड़न की लगातार शिकायतों के बाद ये गश्ती इकाइयां गठित करने का निर्णय लिया गया. इन इकाइयों में महिला कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल स्कूटर पर इन क्षेत्रों में गश्त करेंगी.'
स्कूल-कॉलेज और धार्मिक स्थलों पर होगी तैनाती
गश्ती दल काले रंग के स्कूटर और मिलते-जुलते रंग के हेलमेट का उपयोग करेंगी, जिससे एक समान लुक सुनिश्चित होगा. उन्होंने बताया कि इनकी मदद के लिए एक समर्पित पुलिस नियंत्रण कक्ष और हेल्पलाइन नंबर भी स्थापित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि ‘कालिका गश्ती इकाइयों' को स्कूलों, धार्मिक स्थलों, कॉलेजों, बाजारों, सिनेमा हॉल, मॉल, पार्कों, पर्यटन स्थलों और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा. अधिकारी ने बताया कि इनका ध्यान महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और चेन झपटमारी जैसे अपराधों को रोकने पर होगा.
महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों से निपटने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली सरकार के प्रयासों के तहत कालिका गश्ती इकाइयों की पहली बार जून में घोषणा की गई थी. बजट घोषणा के दौरान, वित्त मंत्री दीया कुमारी ने इस बात पर प्रकाश डाला था कि इस पहल का उद्देश्य कमजोर माने जाने वाले महिला वर्ग के खिलाफ अत्याचारों को रोकना है.