राजस्थान में लोकसभा चुनाव 19 और 26 अप्रैल को दो चरणों में होंगे. पहले चरण के नामांकन सम्पन्न हो गए. तो वहीं दूसरे चरण के नामांकन दाखिल हो रहे हैं. अब लोकसभा चुनाव जितनी तेजी से नजदीक आ रहे है,उतनी ही तेजी से फलोदी के सट्टा मार्केट में हलचल बढ़ गई है. इसी के साथ अब सटोरियों द्वारा सट्टा बाजार में भविष्यवाणी करने का दौर भी जारी है.
फलोदी मार्केट की भविष्यवाणी
अपनी भविष्यवाणीयों को लेकर मशहूर फलोदी के सट्टा बाजार में लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा की स्थिति काफी मजबूत मानी जा रही है और तीसरी बार नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने और भाजपा सरकार आना तय बताया जा रहा है, लेकिन एक ट्विस्ट भी है.
सट्टा बाजार ने भाजपा 400 पार के नारे पर संशय जताया
सट्टा बाजार ने भाजपा 400 पार के नारे पर संशय जताया है. उनका मानना है कि भाजपा को 330 से 335 सीटों पर ही जीत मिल पाएगी. हालांकि भाजपा अधिकतम 350 तक जा सकता है, जिसके 50 फीसदी संभावना है. वहीं, सटोरियों के मुताबिक देश में कांग्रेस 41 से 45 सीटों पर सिमट सकती है.
राजस्थान की 25 सीटों पर फलोदी मार्केट की भविष्यवाणी
राजस्थान में लोकसभा की कुल 25 सीट हैं. जिन पर भी फलोदी के सट्टा बाजार ने अपनी गणित सामने रख दी है.
फलोदी बाजार देश के साथ राजस्थान में भाजपा को मजबूत स्थिति में बता रहा है. लोकसभा की कुल 25 सीटों में से भाजपा को 23 सीट मिलने संभावना जताई जा रही है.
बाड़मेर रविंद्र भाटी भी मजबूत !
वहीं, बाड़मेर- जैसलमेर लोकसभा सीट पर रविंद्र सिंह भाटी (निर्दलीय विधायक शिव) के जीत की संभावना जताई जा रही है. रविंद्र शिव से टिकट न मिलने पर एक सप्ताह में ही पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़कर विधायक बने थे. भाजपा में जाने का प्रयास भी कर रहे थे. लेकिन उस वक्त भाजपा ने उन्हे इग्नोर किया. अब रविंद्र चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं और मुहूर्त के अनुसार शनिवार को उन्होंने अपना पहला नामांकन दाखिल कर दिया है.
मेघवाल मजबूत, लेकिन शेखावत को करनी पड़ेगी मेहनत
इसी तरह बीकानेर में अर्जुन राम मेघवाल की जीत बताई जा रही है, तो वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की कोटा में स्थिति भी मजबूत है. लेकिन जोधपुर से भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र सिंह शेखावत को पुरजोर मेहनत करनी पड़ेगी तो वो कांटे की टक्कर में जीत सकते है.
(अस्वीकरण: सट्टा बाजार कोई आधिकारिक उपक्रम नहीं है. फलोदी सट्टा बाजार चुनाव के समय अपनी भविष्यवाणियों को लेकर सुर्खिर्यों में रहता है. इसका काफी पुराना इतिहास है. यह खबर उसी नज़र से बनाई गई है. इसकी तथ्यात्मकता और प्रमाणिकता की हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं है)