
B Sudarshan Reddy: विपक्ष ने अगले महीने 9 सितंबर को होनेवाले उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार के नाम का एलान कर दिया है. विपक्ष ने संयुक्त रूप से बी सुदर्शन रेड्डी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. उनके नाम का ऐलान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने किया. बी सुदर्शन रेड्डी सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश हैं. खरगे ने बताया कि विपक्षी दलों ने मिलकर बैठक के बाद सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाने का फै़सला किया. उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति का चुनाव विचारधारा का चुनाव है. इससे पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया था.
बी सुदर्शन रेड्डी 21 अगस्त को अपना नामांकन दाखिल करेंगे जो नामांकन की अंतिम तारीख है. एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन इसके एक दिन पहले 20 अगस्त को नामांकन करेंगे.
देखिए वीडियो - विपक्ष के उम्मीदवार के नाम की घोषणा
सभी विपक्षी पार्टियों ने मिलकर उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए एक उम्मीदवार चुना है।
— Congress (@INCIndia) August 19, 2025
मुझे ख़ुशी है कि सभी दल एकजुट होकर सहमत हुए हैं। ये लोकतंत्र और संविधान के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।
जब कभी संविधान खतरे में होता है तो हम सब मिलकर उसे बचाने के लिए लड़ते हैं। हमने तय किया है… pic.twitter.com/OerCmfb1Ne
प्रख्यात न्यायविद् हैं बी सुदर्शन रेड्डी
बी सुदर्शन रेड्डी तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले से हैं जो पहले आंध्र प्रदेश में था. वहां के अकुला मायलारम गांव में 8 जुलाई 1946 को उनका जन्म हुआ था. रेड्डी ने हैदराबाद के उस्मानिया यूनिवर्सिटी से 1971 में लॉ की पढ़ाई की.
रेड्डी को 8 अगस्त 1988 को आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में सरकारी वकील नियुक्त किया गया और वह केंद्र सरकार के अतिरिक्त स्थायी वकील बने. बी सुदर्शन रेड्डी को 12 जनवरी 2007 को सुप्रीम कोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया.
सुप्रीम कोर्ट से 8 जुलाई 2011 को रिटायर होने के बाद वह गोवा के पहले लोकायुक्त बने. उन्होंने मार्च 2013 में लोकायुक्त का पद संभाला लेकिनअक्टूबर 2013 में उन्होंने निजी कारणों से इस्तीफ़ा दे दिया था.
धनखड़ के इस्तीफ़े की वजह से चुनाव
उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद करवाया जा रहा है. धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर 21 जुलाई को इस्तीफा दे दिया था.