
राजस्थान (Rajasthan) के मेवाड़ (Mewar) अंचल में महिलाओं के सुहाग की रक्षा के लिए जीवन दांव पर लगाने के कई किस्से मशहूर हैं. ऐसी ही एक घटना भीलवाड़ा (Bhilwara) के सहाड़ा उपखंड में रविवार को देखने को मिली. जहां बुजुर्ग पति को डूबता देख पत्नी ने तालाब में छलांग लगा दी, लेकिन तालाब की गहराई अधिक होने के कारण दोनों की डूबने से मौके पर ही मौत हो गई.

तालाब से शव को बाहर निकालती एसडीआरएफ टीम
गंगापुर डीएसपी लाभूराम विश्नोई ने बताया कि सोनियाणा गांव में रहने वाले 70 वर्षीय जीतमल जाट एवं 68 वर्षीय उनकी पत्नी रुकमणी देवी घास काटने खेत में गए थे. उसके बाद जीतमल तालाब में नहा रहे मवेशियों को बाहर निकालने के लिए तालाब में उतरे, लेकिन दुर्भाग्य से वह तालाब में डूबने लगे.

जीतमल जाट और रुकमणी देवी की फाईल फोटो
पति को डूबता देख वृद्ध पत्नी रुकमणी खुद पानी में कूद गईं. बदकिस्मति ऐसी रही कि रुकमणी अपने पति को भी नहीं बचा पाई और खुद भी तालाब की गहराई में डूब गईं. जिससे दोनो की मौके पर मृत्यु हो गई.
उधर दम्पति शनिवार देर रात तक घर नही पहुंचे तो परिजन और ग्रामीणों ने उनकी तलाश शुरू कर दी. इस दौरान खेत में सिर्फ कटी हुई घास व मोटरसाइकिल खड़ी मिली. अगले दिन सुबह ग्रामीणों ने दोनों के शव तालाब में तैरते देखा और पुलिस को सूचना दी.

तालाब में तैरता शव
पुलिस ने एसडीआरएफ (SDRF) टीम की मदद से शव को बाहर निकाला और गंगापुर राजकीय चिकित्सालय में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. शवों के पोस्टमार्टम के पश्चात देर शाम गमगीन माहौल में परिजनों ने वृद्ध दम्पति का अंतिम संस्कार कर दिया. पुलिस मौत के कारणों पर जांच कर रही हैं.