SL vs BAN: दिल्ली में हुए क्रिकेट वर्ल्ड कप (Cricket World Cup 2023) के एक मैच में श्रीलंकाई ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज़ Timed Out होने वाले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पहले खिलाड़ी बन गए. बांग्लादेश के खिलाफ बल्लेबाजी करने आए थे तो उनके हेल्मेट का स्ट्रैप टूट गया था, और वो उसे निर्धारित वक्त में ठीक नहीं कर सके.
क्या कहता है ICC का नियम?
ICC के नियमों के मुताबिक (नियम 40.1.1) उन्हें 2 मिनट के अंदर अगली गेंद खेलने को तैयार होना था. लेकिन सदीरा समरविक्रमा के आउट होने के बाद छठे नंबर के लिए वो वक्त पर तैयार नहीं हो सके. बांग्लादेश के कप्तान शाकिब उल हसन ने इसका फायदा उठाया. कप्तान शाकिब ने, अपनी टीम के एक खिलाड़ी की सलाह पर, आउट की अपील कर दी. ICC नियमों का हवाला देते हुए अंपायर्स ने मैथ्यूज को आउट करार दिया. लेकिन इसके बाद क्रिकेट की दुनिया में बवाल आ गया. नियम बनाम खेल भावना को लेकर एक बार फिर बहस तेज हो गई.
'शाकिब ने जो किया वो शर्मनाक'
खुद शाकिब उल हसन ने भी बाद में कहा कि उन्होंने क्रिकेट के नियम के मुताबिक ही अपील की. ये भी कहा कि उन्हें नहीं पता कि उन्होंने सही किया या गलत, लेकिन एंजेलो मैथ्यूज भड़क गए. एंजेलो मैथ्यूज़ ने कहा, 'शाकिब और बांग्लादेश ने जो किया वो शर्मनाक था. अगर वो ऐसी क्रिकेट खेलना चाहते हैं तो फिर कोई बहुत बड़ी खामी है उनके अंदर. बिल्कुल शर्मनाक. मेरे दिल में शाकिब के लिए बहुत इज्जत थी जो खत्म हो गई. हमारे पास वीडियो के सबूत हैं जो हम बाद में सबके सामने लाएंगे.'
'मैं होता तो अपील वापस ले लेता'
एंजेलो मैथ्यूज के टाइम आउट से हर कोई हैरान है. जब इस बारे में वसीम अकरम से उनकी राय पूछी गई तो उन्होंने कहा, 'शाकिब ने जो किया वह नियम के तहत किया, लेकिन अगर खेल भावना के बारे में ख्याल रखते तो शायद ऐसा नहीं करते. मैं ईमानदारी से कहूं तो उसने टीम के लिए यह कदम उठाया है. मैं वहां होता तो शायद मैच की परिस्थिति को पहले ध्यान में रखता और देखता कि क्या यहां मेरी टीम को फायदा मिलता या नहीं. लेकिन जहां तक मैं कप्तान होता तो हर पहलू को ध्यान में रखने के बाद ही फैसला लेता. लेकिन मुझे लगता है कि मैं इस अपील को वापस ले लेता. यहां शाकिब ने टीम के बारे में सोचकर फैसला लिया है. आईसीसी के नियम में टाइम आउट की प्रक्रिया है. और अंपायर्स ने भी काफी सोचने के बाद भी यह फैसला किया है.'