अपराध की दृष्टि से अलवर जिले में 2 पुलिस अधीक्षक कार्यालय बनाए गए हैं. दूसरा पुलिस अधीक्षक कार्यालय भिवाड़ी में बनाया गया है. भिवाड़ी चौकी हरियाणा की सीमा से लगता हुआ है, इसलिए यहां अपराध की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने भिवाड़ी में करीब 4 साल पहले नया पुलिस हेड क्वार्टर बनाया और तभी से यहां अपराधों पर नियंत्रण एक बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है. भिवाड़ी समेत आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों में अगर देखें तो करीब 2 लाख लोग अन्य राज्यों के हैं, जो प्राइवेट कंपनियों में या दूसरे तरीके से यहां पर जीविकोपार्जन कर रहे हैं. ऐसे में अपराध की घुसपैठ ज्यादा बढ़ जाती है और यह सबसे बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य होता है, जो भी पुलिस अधीक्षक यहां आए हैं, उन्होंने अपने-अपने तरीके से यहां पर अपराध नियंत्रण के लिए कार्य किए हैं. ऐसे ही अलवर के भिवाड़ी में वर्तमान में पुलिस अधीक्षक पद पर विकास शर्मा हैं, जो आईआईटियन है और अपराध नियंत्रण पर काम कर रहे हैं, जिससे अपराधों में कमी आई है.
शिक्षा
आईपीएस विकास शर्मा मूलतः हरियाणा के जींद जिले से हैं, जिनकी स्कूल शिक्षा गृह जिले से हुई. उसके बाद आईआईटी गुवाहाटी से उन्होंने पढ़ाई की. आईपीएस विकास शर्मा को शुरू से ही भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने की इच्छा थी. आईआईटी करने के बाद वह भारतीय सेवा में सेलेक्ट हुए. परिवार में पत्नी है जो डॉक्टर हैं. एक बेटा है जो 10 साल का है और एक बेटी 7 साल की है.
पहली पोस्टिंग
आईपीएस में चयन होने के बाद प्रोबेशन पीरियड में वह कोटा और पाली में रहे थे. पुलिस अधीक्षक के रूप में उनकी पहली पोस्टिंग जैसलमेर थी.
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सरकारी विभागों में वर्क कल्चर
उन्होंने बताया कि सरकारी विभागों में वर्क कल्चर काफी पारदर्शी हो गया है और सिस्टम पहले से अच्छा होता जा रहा है और विकसित हो रहा है. पब्लिक डीलिंग भी पूरी तरह पारदर्शी हो गई है, स्वागत कक्ष बनाए गए हैं. ऑफिस वर्क में भी काफी पारदर्शिता आ गई है, जिससे आमजन को थानों में पहुंचने में कोई परेशानी नहीं होती और वह निसंकोच और निडर होकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
परेशानी आई तो कैसे दूर करते हैं
उन्होंने बताया कि जब भी कोई परेशानी आती है, तो वह अपने अधीनस्थ एवं अधिकारियों की सलाह लेकर समन्वय स्थापित करते हैं. वैसे तो इस तरह कि नौकरी में परेशानी स्वाभाविक है. लेकिन उसे आसानी से दूर किया जाता है. कोई व्यक्तिगत परेशानी आती है, तो उसमें परिवार की पूरी हेल्प मिलती है.
छुट्टियों में क्या करते हैं
छुट्टियों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि वह जब भी छुट्टी लेकर जाते हैं तो अपने परिवार के साथ टाइम स्पेंड करते हैं और फैमिली के साथ ही रहना पसंद करते हैं.
करियर की कुछ यादें
करियर में यूं तो कुछ यादें जुड़ी होती हैं, लेकिन उदयपुर में पुलिस अधीक्षक पद पर रहते हुए उनकी जो सबसे बड़ी कार्रवाई थी वह सेकेंड ग्रेड अध्यापक भर्ती में पेपर में नकल को पकड़ना था. इसमें बस द्वारा नकल की जाती थी. बस में सभी नकलचियों को बैठाया जाता था. उस बस को पकड़ा था और इस कार्रवाई में करीब 65 लोग गिरफ्तार किए गए थे. यह दिसंबर 2022 की घटना है.
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जिले को लेकर कार्य योजना
आईपीएस विकास शर्मा ने बताया कि यूं तो हर जिले की कार्ययोजना अलग-अलग होती है. वहां की स्थिति के हिसाब से अपराध को नियंत्रण करना होता है, क्योंकि भिवाड़ी एक बहुत बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है और भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अधीन करीब 10 बड़े औद्योगिक क्षेत्र हैं. यह हरियाणा सीमा पर स्थित है, इसलिए यहां अपराधों को नियंत्रण के लिए पूरे साइबर सेल की सहायता ली जाती है और साइबर सेल के माध्यम से ही अपराधियों पर नकेल कसी जा रही है. परिणाम स्वरूप आए दिन वांटेड और वांछित अपराधियों को पकड़ने में सफलता मिल रही है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.