
Rajasthan News: राजस्थान में जोधपुर के झालामंड बस स्टैंड पर वन विभाग की वन्यजीव शाखा ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जंगली तोतों की तस्करी का पर्दाफाश किया है. शनिवार शाम को नाकाबंदी के दौरान एक ऑटो रिक्शा से पांच पिंजरों में बंद 165 जंगली तोते बरामद किए गए. ये तोते दिल्ली से जोधपुर लाए गए थे और बस के जरिए अहमदाबाद भेजे जा रहे थे. वन विभाग ने दो तस्करों को गिरफ्तार कर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है.
नाकाबंदी में पकड़ा गया तस्करी का खेल
वन्यजीव प्रभाग के उड़नदस्ता प्रभारी रेंजर भगवानाराम को गुप्त सूचना मिली थी कि झालामंड बस स्टैंड पर तोतों की तस्करी हो रही है. इसके बाद उनकी टीम ने अशोक चौधरी, ताराराम सीरवी, रामनिवास चौधरी, रामदीन चौधरी और मनोहर कंवर के साथ मिलकर नाकाबंदी की. इस दौरान ऑटो रिक्शा (RJ19 PB 4366) को रोका गया. ऑटो चालक शौकीन (उदयमंदिर, कुरैशी चौक) और साथी एजाज खान (मेडती गेट) को हिरासत में लिया गया. तलाशी में पांच पिंजरों में 165 जंगली तोते मिले.
दिल्ली से जोधपुर, फिर अहमदाबाद की साजिश
पूछताछ में एजाज ने खुलासा किया कि तोते उसके मामा सिकंदर शेख ने दिल्ली से बस के जरिए शनिवार सुबह 9 बजे जोधपुर भेजे थे. इन्हें पार्सल के जरिए अहमदाबाद भेजने की तैयारी थी. तोतों की कीमत और अहमदाबाद में सप्लाई के ठिकानों के बारे में वन विभाग गहन जांच कर रहा है.
तस्करी के नेटवर्क पर नजर
उपवन संरक्षक रमेश मूंड ने बताया कि मुख्य वन संरक्षक आरके जैन के निर्देश पर प्रशिक्षु आईएफएस वेंकटेश्वर को जांच सौंपी गई है. वन विभाग इस तस्करी नेटवर्क के पूरे रैकेट का पता लगाने में जुटा है ताकि अन्य संलिप्त लोगों को भी पकड़ा जा सके.
कानूनी कार्रवाई शुरू
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. बरामद तोतों को सुरक्षित रखा गया है और आगे की कार्रवाई जारी है. यह कार्रवाई वन्यजीव तस्करी पर लगाम लगाने की दिशा में बड़ा कदम है.
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