Bollywood Actress Nimrat Kaur: बॉलीवुड एक्ट्रेस निम्रत कौर बीते कुछ दिनों से सुर्खियों में हैं. कई मीडिया रिपोर्ट में निम्रत का नाम अभिषेक बच्चन के साथ जोड़ा जा रहा है. यह भी कहा जा रहा है कि अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय के बीच मनमुटाव की वजह भी निम्रत कौर ही है. हालांकि यह सब कयासबाजी है. इसके बारे में अभी तक कहीं से कुछ आधिकारिक सूचना नहीं मिली है. इन चर्चाओं के बीच शुक्रवार को एक्ट्रेस निम्रत कौर राजस्थान पहुंची. जहां निम्रत अपने होमटाउन में अपने परिवार के साथ शहीद पिता के प्रतिमा अनावरण में शामिल हुईं.
श्रीगंगानगर के पी ब्लॉक में निम्रत कौर के पिता की प्रतिमा का अनावरण
उल्लेखनीय हो कि बॉलीवुड अभिनेत्री निम्रत कौर राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की रहने वाली हैं. उनके पिता शौर्य चक्र विजेता शहीद मेजर भूपेंद्र सिंह आर्मी में थे. शुक्रवार को श्रीगंगगानगर के पी ब्लॉक में निम्रत कौर के पिता शहीद भूपेंद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया गया. इस दौरान निम्रत कौर, उनकी बहन और माँ भी मौजूद रही.
आंतकवादी संगठन ने किया था अपहरण
निम्रत कौर के पिता शहीद मेजर भूपेंद्र सिंह 1994 में जम्मू-कश्मीर के वैरीनाग में पोस्टेड थे. उन्हें पहलगाम रोड पर पुलों के निर्माण का जिम्मा दिया गया था. जनवरी 1994 में कश्मीर में कार्य करते समय एक आतंकवादी संगठन ने उनका अपहरण कर लिया और उसके बाद उनके शहीद होने की खबर आई.
मां बोली- पिता की शहादत के समय मात्र 11 साल की थी निम्रत
निम्रत कौर की माता अविनाश कौर ने कहा कि जब मेजर भूपेंद्र सिंह शहीद हुए, उस समय निम्रत कौर ग्यारह वर्ष की थी. लेकिन भारतीय फ़ौज ने उनके परिवार का काफी ख्याल रखा. हालांकि वे अपने माता-पिता के पास नोयडा चली गयी और जीवन को फिर से जीना शुरू किया.
पिता की शहाद के बाद फौज का मिला सहारा
पिता के प्रतिमा अनावरण में निम्रत कौर ने कहा कि सैनिकों के शहीद होने के बाद उनके परिवारों को भारतीय फ़ौज का काफी सहारा मिलता है. उन्होंने कहा कि उनके पिता काफी मेहनती थे और किसान का बेटा होने के कारण खुद खेती करते थे और मीलों चलकर पढाई करते और अपने बलबूते पर उन्होंने तरक्की की और भारतीय फ़ौज में आये.
पिता की यादों को सेलिब्रेट करने आई थी निम्रत
निम्रत कौर ने कहा कि वे अपने पिता की यादों को सेलिब्रेट करने यहाँ श्रीगंगानगर आई है. वे चाहती है कि शहीद होने वाले सैनिकों को सम्मान मिले. उन्होंने कहा कि अब उनके पिता की याद में यहाँ प्रतिमा लगाई गयी है और वे अब श्रीगंगानगर आने का सिलसिला शुरू करेंगी. उन्होंने कहा कि देश के लिए शहीद होने वाले सैनिको के बलिदान को कभी नहीं भुलाना चाहिए.
बारह अन्य सैनिकों के परिजनों को किया सम्मानित
इस मौके पर बारह अन्य शहीद सैनिको के परिवारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया. इस दौरान जिला कलक्टर, नगर परिषद सभापति, एडीएम सहित सेना के कई अधिकारी मौजूद थे.
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