Rajasthan News: मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है. राजस्थान के टोंक जिले के कुछ युवाओं से ऐसा ही एक कारनामा कर दिखाया है. इन युवाओं ने बिना किसी खर्च के मात्र 5-6 हजार रुपये में और बिना किसी संसाधनों और बजट के मोबाईल से ही कई फिल्मों को बना डाला है. युवाओं द्वारा बनाई फिल्म को 2 इंटर नेशनल अवार्ड अभी तक मिल चुके हैं.
इस फिल्म का नाम "व्हाय डिड आई कमिटेड सुसाइड" है. यह फिल्म जयपुर इंटरनेशनल फेस्टिवल में स्क्रीन के लिए भी नॉमिनेट हुई है. 2024 में दो इंटर नेशनल अवार्ड जीतने के बाद युवा 2025 में अपनी फिल्म को ऑस्कर के लिए लिस्टेड करवाना चाहते हैं. जिसकी तैयारी में वह जुट गए हैं.
टिफिन बांटने का किया काम
टोंक शहर के रहनवे वाले शादाब खान उर्फ शहंशाह सूरी खान ने इस फिल्म को अपने साथियों के साथ बनाया है. यह युवा कलाकर दिवंगत इरफान खान को अपना आइडियल मानते है. इनकी आंखों में एक्टिंग का ऐसा जुनून सवार था कि वह घर निकलकर जयपुर और मुम्बई चले गए और पैसों की कमी होने पर टिफिन सेंटर में टिफिन बांटने का काम किया था. इससे पहले इनकी फिल्म "ईरीई ए टेरर ऑफ जोम्बीं" को भी दो इंटर नेशनल सम्मान मिले है.
फिल्म फेस्टिवल 271 फिल्में हुई नॉमिनेट
शादाब खान उर्फ शहंशाह सूरी खान द्वारा अपने साथियों के साथ बनाए गई ‘ईरीई ए टेरर ऑफ जोम्बीं वायरस‘ फिल्म को गत वर्ष जयपुर फिल्म फेस्टिवल और न्यू दिल्ली फिल्म फेस्टिवल में सम्मान मिल चुका है. वहीं इस बार भी शादाब खान उर्फ शहंशाह सूरी खान की फिल्म 'व्हाय डिड ई कमिटेड सुसाइड' को स्क्रीन के लिए नॉमिनेट किया गया है.
इस बार जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में 71 देश की 2408 फिल्में सबमिट हुई जिसमें से 271 फिल्म नॉमिनेट हुई है. इसमें छह देशों की फिल्म स्क्रीन के लिए नॉमिनेट हुई है, जिसमें टोंक के कलाकारों की फिल्म भी शामिल है.
मोबाईल के कैमरे से बनाई फिल्म
इस फिल्म के डायरेक्टर, लेखक, एडिटर और प्रोड्यूसर के साथ ही लीड हीरो शहंशाह सूरी खान है. यह फिल 18 जनवरी 2025 को इनॉक्स में 9 से 12 वाले शो में दिखाई जाएगी. ये फिल्म पांच-छह हजार रुपए में बनकर तैयार हो हुई है. लेकिन इस में युवा कलाकारों की मेहनत अनमोल कही जा सकती है.
इसमें सह कलाकार सोहेल खान सूरी, नायाब पठान सूरी, शादाब खान, ट्यूबा खान सूरी, नाजिश खान, सलमान राशिद खान, जितेंद्र वर्मा, हस्सान खान, रियल मास, विनीत राजा, अदनान खान, हैदर खान, सलमान, मुकेश चावला, और बाल कलाकार अर्श खान ने भी काम किया है.
क्या है फिल्म के अंदर
शहंशाह सूरी खान ने बताया कि आज के बढ़ते डिप्रेशन और एंजायटी से कई स्टूडेंट्स प्रेशर में आकर आत्महत्या कर लेते हैं. किन्हीं वजह से यह सुसाइड बढ़ते जा रहे हैं और आज का युवा ड्रग्स का आदि और नशे का आदि क्यों हो रहा है. इस फिल्म में यहीं दिखाया गया है और सुसाइड और ड्रग्स से कैसे बचा जाए ये इस फिल्म की मुख्य थीम है.
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