NDTV Election Carnival: लोकसभा चुनाव 2024 के दंगल के बीच NDTV के खास कार्यक्रम 'एनडीटीवी इलेक्शन कार्निवल' का सफर दिल्ली से होते हुए हरिद्वार और अब उत्तर प्रदेश के मेरठ में पहुंच चुका है. मेरठ में आयोजित हुए एनडीटीवी इलेक्शन कार्निवल कार्यक्रम में मेरठ के बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल शामिल हुए. यह वही अरुण गोविल हैं जो रामायण सीरियल में राम का किरदार निभाकर पूरे विश्व में मशहूर हो चुके हैं. अब वह पहली बार राजनीति में हाथ आजमां रहे हैं. हालांकि अरुण गोविल ने खुद के लिए राजनीति की परिभाषा अलग तरह से बताई है. अरुण गोविल ने राजनीति को अपना करियर नहीं बताया.
अरुण गोविल ने कहा कि वह राजनीति में केवल सेवा भाव से आना चाहते हैं. उन्होंने कहा रामायण के दौरान उन्होंने सांस्कृतिक और आध्यात्मिक सेवा की है लेकिन मेरे मन में जन सेवा की भाव जागने के बाद मैं राजनीति में आया हूं. मैं कोई बड़ा नेता नहीं हूं. बस मैं जनसंपर्क कर रहा हूं.
जनसंपर्क में मुझे ज्यादा कहने की जरूरत नहीं होती
अरुण गोविल ने कहा कि जनसंपर्क में मुझे पहचान से ज्यादा फायदा हो रहा है. मुझे ज्यादातर महिलाओं का प्यार और आशीर्वाद मिल रहा है. मुझे उनसे ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं पड़ती. क्योंकि उन्होंने मुझे टेलीविजन पर देखा है और मुझे पहचान मिली जिसका फायदा मुझे अब मिल रहा है.
उन्होंने कहा कि मैं जब राम मंदिर कार्यक्रम से जुड़ा तो यहां से ही मुझे जन सेवा का भाव आया. मुझे लगा कि मुझे लोगों के लिए कुछ करना चाहिए. इसलिए मैं जितना सक्षम हूं मैं जन सेवा जरूर करूंगा.
मेरठ में सपा-बसपा ने किया जीत का दावा
एनडीटीवी इलेक्शन कार्निवल कार्यक्रम में मेरठ से बसपा और सपा के प्रतिनिधि भी शामिल हुए. उन्होंने अपनी-अपनी जीत का दावा किया. बीएसपी की ओर से कहा गया है कि त्यागी समाज का उम्मीदवार यहां जीत हासिल करेगा. जबकि सपा का कहना है कि मेरठ में पहली बार किसी दलित महिला को मौका मिला है. इसलिए निश्चित रूप से उनकी ही जीत होगी.
मेरठ की जनता ने क्या की मांग
वहीं कार्यक्रम में मौजूद मेरठ की जनता ने भी अपने मुद्दे को कार्यक्रम में रखा. मेरठ की जनता ने यहां हाईकोर्ट बेंच की मांग की. उनका कहना है कि मेरठ और आसपास की जनसंख्या करोड़ों में है इसलिए उन्हें न्याय के लिए सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है. ऐसे में हाईकोर्ट के बेंच को यहां होना चाहिए.
आपको बता दें, एनडीटीवी इलेक्शन कार्निवल एक ट्रैवलिंग स्टूडियो है, जो नई दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के 34 शहरों से होकर गुजरेगा.
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