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ब्रेस्ट कैंसर पुरुषों में भी संभव, जानें शुरुआती लक्षण और उपचार के तरीके 

ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है. जिसका समय पर पहचान होने पर इसका इलाज संभव है. ब्रेस्ट या बगल में गांठ, स्तन के आकार में बदलाव, त्वचा का लाल होना, निप्पल से असामान्य स्राव, और बगल में सूजन जैसे लक्षण शुरुआती संकेत हो सकते हैं.

ब्रेस्ट कैंसर पुरुषों में भी संभव, जानें शुरुआती लक्षण और उपचार के तरीके 
प्रतीकात्मक तस्वीर

Breast Cancer News: ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है. जिसके कारण हर साल कई महिलाओं को अपनी जान गंवानी पड़ती है, तो कई ऐसी भी होती हैं. जो समय रहते इसके शुरुआती लक्षण को समझ कर इससे जुड़े चिकित्सकीय उपचार को अपनाती हैं. जिससे उन्हें नई जिंदगी मिलती है, लेकिन कई बार लोगों को इसकी उचित जानकारी नहीं होती है. इसी वजह वो उपचार में लापरवाही बरत लेती हैं. जिसका नतीजा आगे चलकर भयावह निकलता है. 

पुरुषों में भी हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर

डॉ. खंडेलवाल के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसर है, हालांकि यह पुरुषों में भी हो सकता है. शुरुआती पहचान से इलाज की सफलता दर काफी बढ़ जाती है. उन्होंने बताया कि ब्रेस्ट या बगल में गांठ का महसूस होना. जिसमें दर्द नहीं होता, एक शुरुआती लक्षण हो सकता है.

हालांकि हर गांठ कैंसर नहीं होती, लेकिन इसकी जांच कराना जरूरी है. स्तन के आकार या आकृति में बदलाव, त्वचा का लाल होना, गड्ढे पड़ना या नारंगी के छिलके जैसी बनावट भी शुरुआती संकेत हो सकते हैं. निप्पल से असामान्य स्राव, खासकर खून या अन्य तरल पदार्थ और लंबे समय तक दर्द, जो मासिक धर्म से संबंधित न हो, भी चिंता का विषय हो सकता है. बगल में सूजन या बढ़े हुए लिम्फ नोड्स भी कैंसर का संकेत हो सकते हैं.

सर्जरी द्वारा हटाया जा सकता है ट्यूमर 

डॉ. खंडेलवाल ने आगे बताया कि सर्जरी द्वारा ट्यूमर को हटाया जाता है. रेडिएशन थेरेपी में विकिरण द्वारा कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है. कीमोथेरेपी दवाओं के माध्यम से कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करती है या उनकी वृद्धि को रोकती है. हार्मोन थेरेपी में हार्मोन एस्ट्रोजन या प्रोजेस्टेरोन के प्रभाव को कम करके कैंसर की वृद्धि को नियंत्रित किया जाता है.

शराब का अधिक सेवन, व्यायाम की कमी बढ़ता है खतरा

खंडेलवाल के अनुसार, 50 साल से अधिक उम्र की महिलाओं, पारिवारिक इतिहास वाले व्यक्तियों, जल्दी मासिक धर्म शुरू होने वाली महिलाओं और लंबे समय तक हार्मोन एस्ट्रोजन के संपर्क में रहने वालों में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा अधिक होता है. वहीं शराब का अधिक सेवन, व्यायाम की कमी और अधिक वजन भी इस जोखिम को बढ़ाते हैं. इसलिए, ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों और कारणों के बारे में जागरूक रहकर समय पर पहचान और उचित इलाज कराकर इस बीमारी से बचा जा सकता है.

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