Dhanteras 2024 Date and Time: दीपों का त्योहार दिवाली दशहरे के ठीक 20 दिन बाद मनाया जाता है, लेकिन उससे एक दिन पहले धनतेरस पर घरों में धन के देवता कुबेर की पूजा करने का रिवाज माना जाता है. हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस (Dhanteras 2024) का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन घरों में धन के देवता कुबेर के साथ भगवान धन्वंतरि और देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से व्यक्ति को अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त होता है और देवी लक्ष्मी और कुबेर की पूजा करने से धन की प्राप्ति होती है.
धनतेरस की तिथि
वैदिक पंचांग के अनुसार इस बार त्रयोदशी तिथि मंगलवार, 29 अक्टूबर 2024 को प्रातः 10:34 बजे प्रारम्भ होगी, त्रयोदशी तिथि बुधवार, 30 अक्टूबर 2024 को दोपहर 1:17 बजे समाप्त होगी.
धनतेरस पर पूजा का शुभ मूहुर्त
धनतेरस ( Dhanteras ) के दिन शुभ मुहूर्त( Dhanteras 2024 shubh muhurat) में अपने पूजा स्थल पर धन्वंतरि देव के साथ माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की फोटो या मूर्ति स्थापित करें. इसके बाद कुबेर और धन्वंतरि देव की पूजा करें. फिर उनके सामने घी का दीपक जलाएं और शाम को दरवाजे पर भी एक दीया जलाएं. धनतेरस के दिन धन्वंतरि देव को प्रसाद के रूप में पीली मिठाई चढ़ाएं. इसके बाद देवताओं की आरती करें.
धनतेरस पर क्या खरीदें?
धनतेरस के दिन नई चीजें खरीदने की परंपरा भी है. कहा जाता है कि इस दिन नई वस्तुएं सोना, चांदी, कपड़े, वाहन, बर्तन सहित अन्य चीजें खरीदना काफी शुभ होता है.
क्यों मनाया जाता है धनतेरस
धनतेरस भगवान धन्वंतरि के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान अपने हाथों में अमृत से भरा स्वर्ण कलश लेकर प्रकट हुए थे. भगवान धन्वंतरि ने कलश में भरा अमृत देवताओं को पिलाकर उन्हें अमर बना दिया था.
यह भी पढ़ें: सबरीमला मंदिर में भक्तों के दर्शन का बदला नियम, अब मंदिर में ऐसे मिलेगी एंट्री