Rajasthan News: बारिश के बाद अलवर में डेंगू का लगातार खतरा बढ़ता ही जा रहा है. हालात ये हैं कि 20 दिन के अंदर अलवर में डेंगू से दो लोगों की मौत हो चुकी है. इससे पहले पिछले महीने में 14 अक्टूबर को डेंगू के एक मरीज की मौत हुई थी. इधर डेंगू के बढ़ते खतरे के बीच नगर निगम भी हाथ पर हाथ धरे बैठा. मौसम परिवर्तन के समय पनपने वाले मच्छरों से निपटने के लिए अभी तक नगर निगम की तरफ से फॉगिंग अभियान चालू नहीं किया है.
रविवार को अलवर निवासी की मौत
दरअसल, जिले में मौसमी बीमारियों से अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसमें डेंगू के बढ़ते केस को लेकर लोग काफी चिंतित हैं. रविवार को अलवर निवासी डेंगू से पीड़ित युवक की मौत हो गई. जिले के मंगल विहार निवासी अतुल कुमार माथुर कई दिनों से बीमार चल रहे थे, इसके बाद जांच के दौरान डेंगू पॉजिटिव पाए गए. उनका इलाज जयपुर में चल रहा था. इलाज के दौरान रविवार को उनकी मौत हो गई.
स्क्रबटायफस के भी बढ़ रहे मरीज
इससे पहले 14 अक्टूबर को भी थानागाजी इलाके के खेड़ा गांव के रहने वाले एक 14 साल के बच्चे की डेंगू से मौत हो चुकी है. इसके अलावा यहां पर स्क्रबटायफस की बीमारी भी सामने आई है, जिससे कोटकासिम इलाके के रहने वाले संदीप की 28 सितंबर को उपचार के दौरान मौत हो गई. बता दें कि अलवर के राजकीय राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय में इस साल 1 जनवरी से और 3 नवंबर तक करीब 5400 मरीजों की जांच हुई है, जिसमें से 156 मरीज डेंगू के पॉजिटिव मिले. वहीं, करीब 3400 मरीजों की जांच में 254 स्क्रब टायफस के पॉजिटिव मिले हैं.
एक हफ्ते में डेंगू के 27 केस
अगर बीते सात दिन की बात करें तो डेंगू के कुल 27 केस सामने आए हैं. एक हफ्ते के अंदर इतनी बड़ी संख्या में केस सामने आने के बाद चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया है. लगातार बढ़ते केस के बावजूद मच्छरों की रोकथाम के लिए नगर निगम का फॉगिंग अभियान कागजों में ही चल रहा है. इससे मच्छरों के कारण बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है.
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