
Rajasthan News: राजस्थान के बांसवाड़ा जिसे में एक फर्जी NGO द्वारा ठगी का मामला सामने आया है. जिले में योग मित्र मंडल संस्था गनोड़ा के अध्यक्ष निलेश द्वारा आजीविका मिशन योजना के नाम पर फर्जी एनजीओ संचालित कर बेरोजगार युवाओं से योग मित्र के पद पर भर्ती के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने ठगी के इस षड्यंत्र में शामिल मुख्य आरोपी निलेश मईड़ा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, और उसके एक अन्य सहयोगी घुला उर्फ घुलेश्वर को पुलिस ने आज गिरफ्तार किया है.
15,000 रुपये वेतन का वादा
प्रार्थी रामलाल पिता धुलजी भील, निवासी कानेला आनन्दपुरी,बांसवाड़ा ने थाने में रिपोर्ट दी थी कि आरोपी निलेश ने उसे राजीविका योजना के तहत योग मित्र भर्ती के लिए नियुक्ति पत्र दिया और कार्य शुरू करवा दिया. काम के बदले हर माह 15,000 रुपये वेतन का वादा किया गया. लेकिन काम करवाने के दो महीने बाद भी वेतन नहीं दिया गया. पूछने पर आरोपी फरार हो गया.
आवेदन पर वसूले 15 हजार
आरोपी ने कथित रूप से फर्जी विज्ञप्ति जारी कर कई बेरोजगार युवाओं से आवेदन मंगवाए और ₹10,200 से ₹15,000 तक की राशि वसूल की. नियुक्ति पत्रों पर राज्य सरकार, जिला परिषद, और ग्रामीण विकास विभाग जैसे प्रतिष्ठित नामों का फर्जी उपयोग किया गया.
जांच में सामने आया कि आरोपी ने राजस्थान ग्रामीण आजीविका मिशन के फर्जी दस्तावेज बनाकर विश्वास में लेकर लोगों से लगभग 1002000 ठगी की. जिस पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया, जांच के दौरान पीड़ितों और गवाहों के बयान, बैंक खातों की जानकारी, और दस्तावेजों की पुष्टि के बाद आरोपी निलेश मईड़ा को पूर्व में पुलिस ने 4 मई 2025 को गिरफ्तार किया था. उसके बाद उसके सहयोगी घुला उर्फ धुलेश्वर को भी बुधवार (21 मई) को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों के विरुद्ध धोखाधड़ी जालसाजी, कूटरचीत दस्तावेज आदी धाराओं में प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच जारी है.
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