Bharatpur ladyfinger Farming: आज के दौर में किसान पारंपरिक खेती की बजाय बागवानी फसलों की ओर रुख कर रहे हैं. इससे किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है. इसका एक बड़ा उदाहरण भरतपुर में देखने को मिला. जहां रामरूप जाटव नाम के किसान ने एक एकड़ भूमि में पारंपरिक खेती कर रहा था, जिससे उसके आर्थिक स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा था. उसे नौकरी के लिए बाहर जाने को मजबूर होना पड़ता था. काम की तलाश में बाहर जा रहे रामरूप को ट्रेन में एक व्यक्ति ने ऐसी सलाह दी, जिससे उसकी तकदीर बदल गई.
कम लाग में दोगुना मुनाफा
रामरूप परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के साथ तीनों बहनों की शादी करने का दबाव बढ़ता जा रहा था. काम पर जाते समय ट्रेन में एक व्यक्ति से उसकी मुलाकात हुई, जिसने उसकी तकदीर बदल दी. व्यक्ति ने उसे भिंडी की खेती करने की सलाह दी और कम लागत में अधिक मुनाफे के बारे में बताया. इस खेती से रामरूप को हर साल लाखों रुपये का मुनाफा हो रहा है. पिछले 7 साल से इस खेती को कर कम लागत में दोगुना मुनाफा ले रहा है.
ट्रेन में हुई बातचीत कारगर
किसान रामरूम ने बताया कि वह भरतपुर जिले के चिचाने गांव का निवासी है. उसके पास एक एकड़ भूमि है, जिसमें वह लंबे समय से गेहूं और सरसों की खेती कर रहा था. लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के चलते उसे काम के लिए दिल्ली जाना पड़ा. वहां 3 साल तक काम करने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ. ऊपर से 3 बहनों के बीच अकेला भाई होने के कारण मां बाप ने बाहर जाने से मना कर दिया. लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने और तीन बहनों की शादी करने के चलते उसे दिल्ली जाना पड़ा.
ट्रेन में मथुरा निवासी गंगाराम सैनी रामरूप के साथ शीट पर बैठा था, जिससे उसकी बातचीत हुई. गंगाराम ने उसे भिड़ी की खेती के बारे में बताया. उनकी बात मानकर वापस गांव आया वह गांव आया और भिड़ी की खेती शुरू की. 1 साल में दो बार खेती करने से उन्हें शुरुआत में एक लाख रुपये तक का मुनाफा हुआ. इस खेती से धीरे-धीरे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आया और बहनों की शादी में इसी खेती की कमाई से आसानी से कर दी. पिछले 7 साल से यह खेती करके रामरूप को लाखों रुपये का मुनाफा हो चुका है.
1 लाख लगाकर 2 लाख का मुनाफा
रामरूप द्वारा एक एकड़ में भिंडी की खेती की जा रही है, पहले वह आगरा से भिंडी का बीज लाते थे. अब पिछले 3 साल से ऑनलाइन वेबसाइट से मंगा रहे हैं. पिछली बार उन्होंने एक एकड़ में 5 Kg बीज 2400 रुपये की कीमत में मंगाया था. बीज बोने के बाद 7 दिन में पौधा दिखने लगता है. करीब 15 दिन में काफी बड़ा होने के साथ फूल आना शुरू हो जाता है.
करीब 50 दिन बाद फल की तुड़ाई शुरू हो जाती है. करीब 4 महीने तक यह पौधा फल देता है और उसके बाद इसकी दुबारा खेती शुरू हो जाती है. एक साल में दो बार भिंडी की खेती पैदाकर 4 से 5 लाख रुपये तक की बिक्री हो जाती है. इस खेती में करीब 1 लाख रुपये तक की लागत आती है.
इस साल उसने फरवरी में भिड़ी की खेती की थी जो मई तक खत्म हो गई. इससे उसे करीब 2 लाख रुपये तक का मुनाफा हुआ है. अब जुलाई में दूसरी बार भिड़ी की फसल बोई है. यह अक्टूबर के अंत तक चलेगी.
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