Congress MLA CL Premi vs BJP Leader Chandrakanta Meghwal: राजस्थान की राजनीति (Rajasthan Politics) कभी ठंडा नहीं पड़ती. विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव (Lok Sabha ELections 2024) का मतदान समाप्त होने के बाद यह संभावना जताई जा रही थी कि अब प्रदेश का सियासी पारा थम जाएगा लेकिन ऐसा नहीं है. प्रदेश में चुनावी राजनीति भले ही थम गई हो लेकिन नेताओं का एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच एक बड़ी खबर बूंदी जिले से सामने आई है. जहां केशवरायपाटन के कांग्रेस विधायक सीएल प्रेमी (Congress MLA CL Premi) ने इसी सीट की पूर्व भाजपा विधायक चंद्रकांता मेघवाल (Chandrakanta Meghwal) पर गंभीर आरोप लगाया है. गुरुवार को कांग्रेस विधायक सीएल प्रेमी ने बकायदा प्रेस कॉफ्रेंस बुलाकर पूरे मामले की जानकारी दी. कांग्रेस नेता की पीसी के बाद बूंदी-कोटा का सियासी पारा गरम हो गया है.
कांग्रेस विधायक सीएल प्रेमी पर भाजपा नेता चंद्रकांता ने लगाए गंभीर आरोप
दरअसल बूंदी जिले के केशवरायपाटन से कांग्रेस विधायक सीएल प्रेमी ने बीजेपी की पूर्व विधायक चंद्रकांता मेघवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि पूर्व विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने कोर्ट में मेरी जाति कबाड़ी बताकर मेरे एससी-एसटी प्रमाण पत्र को खारिज करने की याचिका लगाई है. पूर्व विधायक का सपना है कि वह मेरी कोर्ट के माध्यम से विधायकी खारिज करवारकर खुद विधायक बनना चाहती हैं. क्योंकि वह जीत कर अपना सपना पूरा नहीं कर सकी तो वह कानूनी पेचींदगी में फंसाकर कुर्सी हासिल करना चाहती है.
कांग्रेस विधायक प्रेमी के साथ बूंदी बैरवा समाज के लोग भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि यह केशवरायपाटन सीट से दो बार विधायक बन चुके हैं. यदि इनका जाति प्रमाण पत्र झूठा होता तो विधायक कैसे बनते और प्रमाण पत्र भी जारी करने वाले सरकारी अधिकारी ही है. पूर्व विधायक चंद्रकांता मेघवाल हमारे समाज में फूट डालने की कोशिश कर रही है यदि हमारे विधायक की बदनामी इसी तरह होती रही तो हम उग्र आंदोलन करेंगे.
भाजपा नेता ने डीएम को पत्र देकर की है शिकायत
केशवरायपाटन के विधायक सीएल प्रेमी ने बताया कि पूर्व विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने जिला कलेक्टर बूंदी को प्रार्थना पत्र देकर कहा है कि सीएल प्रेमी बैरवा नहीं है. वह कबाडी जाति से आते हैं जो अनुसूचित जाति में नहीं आती है. इसी को लेकर समाज के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने एक स्वर में उक्त बात को खारिज करते हुए कहा कि राजस्थान ही नहीं पूरे भारत में कबाड़ी जाति का कहीं कोई उल्लेख नहीं है. बैरवा समाज की ओर से आयोजित की गई प्रेस को मैच में पदाधिकारी कहा कि सीएल प्रेमी जन्मजात व पैदाइशी बैरवा है. प्रेमी के हर नाते-रिश्तेदार बैरवा समाज में है.
राजस्व रिकॉर्ड की गलती को आधार बनाकर रची जा रही साजिश
पीसी में बैरवा समाज के लोगों ने यह भी कहा कि विधायक प्रेमी के गोत्र भी बैरवा समाज के ही है तो फिर चंद्रकांता मेघवाल को यह अधिकार किसने दिया कि प्रेमी बैरवा ना होकर कबाड़ी हो गए. क्योंकि सीएल प्रेमी बैरवा समाज के वरिष्ठ जन हैं इसीलिए हमारी ही के समाज इंद्र पुरिया निवासी मन मोहन बैरवा को माध्यम बनाकर चंद्रकांता मेघवाल व राकेश बोयत द्वारा सुनियोजित षड्यंत्र कर राजस्व रिकॉर्ड की गलती को आधार बनाकर प्रेमी की छवि को धूमिल करने का यह कुत्सित प्रयास किया जा रहा है.
बैरवा समाज के लोगों ने कहा- अंत तक लड़ी जाएगी लड़ाई
बैरवा समाज के लोगों ने कहा कि हाई कोर्ट तो क्या सुप्रीम कोर्ट तक भी हम इस लड़ाई को नहीं छोड़ेंगे. आगे-आगे चंद्रकांता रहेंगी तो पीछे हम भी कम नहीं रहेंगे. इस लड़ाई को अंत तक लड़ा जाएगा और अगर प्रशासन ने सरकार के दबाव में आकर गलत निर्णय दिया गया तो हाड़ौती का बैरवा समाज सड़कों पर आकर सरकार व प्रशासन के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेगा.
समाज जनों ने प्रेसवार्ता में सबूत के तौर पर विधायक सी.एल प्रेमी की पुश्तैनी जमीन की नकल व जाति प्रमाण पत्र सहित स्कूल दाखिला के समय जो बैरवा शब्द अंकित था वह भी दिखाए गए. इस अवसर पर विधायक सी.एल.प्रेमी, अखिल
भारतीय बैरवा महासभा जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश फौजी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.
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