नाबालिग रेप पीड़िता और उसके परिवार के पक्ष में आवाज उठाना चित्तौड़गढ़ के 200 लोगों को महंगा पड़ा. दरअसल चित्तौड़गढ़ पुलिस ने नाबालिग रेप पीड़िता के भाई की लाश के साथ प्रदर्शन करने वाले 200 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. दरअसल यह मामला पोक्सो एक्ट से जुड़ा है. बीते शुक्रवार को नाबालिग से रेप का आरोपी एक युवक जेल से जमानत पर निकलने के बाद सीधे पीड़िता के घर पहुंचा था. जहां उसने पीड़िता के परिजनों पर चाकू से हमला कर दिया. आरोपी के हमले में पीड़िता के 13 साल के भाई की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. बच्चे की मौत के बाद स्थानीय लोग और पीड़िता के परिजनों ने शव के साथ सड़क जाम कर प्रदर्शन किया था. अब इस मामले में पुलिस ने 200 लोगों के प्राथमिकी दर्ज की है.
शुक्रवार को पीड़िता के घर पर आरोपी ने मचाई थी मारकाट
बताया गया कि शुक्रवार को पोक्सो एक्ट का आरोपी पीड़िता के घर पहुंचा और पीड़िता समेत उसके 13 वर्षीय भाई, मां, चाचा पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया. पीड़िता के भाई 13 वर्षीय की इलाज के दौरान मौत हो गई. इस घटना के विरोध में बेगूं कस्बे के पुराने बस स्टैंड पर समुदाय विशेष के लोगों द्वारा शव रखकर विरोध-प्रदर्शन किया गया था.
थानाधिकारी ने दी यह जानकारी
बेगूं थाने के प्रशिक्षु आरपीएस थानाधिकारी अनुपम मिश्रा ने बताया कि लोगों द्वारा रास्ता रोकने, सड़क जाम करने के मामले में कुछ लोगों को नामजद करते हुए समुदाय विशेष के 200 लोगों पर आईपीसी की धारा 283, 290, 143 में दर्ज किया गया. उन्होंने बताया कि हत्या के आरोपी शुभम शर्मा को गिरफ्तार कर लिया हैं.
नाबालिग लड़की को भगा ले गया, बच्चे के जन्म के बाद छोड़ दिया
मालूम हो कि आरोपी शुभम ने बेगूं थाना क्षेत्र के एक गांव से एक नाबालिग लड़की को भगा कर एमपी मन्दसौर ले गया. एक साल तक दोनों साथ रहे, जहां इन दोनों का एक बच्चा हुआ. लेकिन बच्चे के जन्म लेने के बाद आरोपी लड़की व बच्चे को छोड़कर फरार हो गया. इसके बाद लड़की अपने बच्चे को लेकर अपने घर आ गई. परिजनों ने आरोपी युवक शुभम शर्मा के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया, जिसमें उसपर अगवा कर रेप करने का मामला दर्ज कराया गया था.
22 अगस्त को जेल से बाहर आया था आरोपी
मामला दर्ज होने के बदा पुलिस ने आरोपी शुभम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. बीते 22 अगस्त को आरोपी जमानत पर रिहा हुआ और जेल से निकलने के बाद शुक्रवार सुबह पीड़िता के घर पहुंचकर उसके परिजनों पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर घायल कर दिया. पीड़िता के 13 वर्षीय भाई के चाकू लगने से वह गम्भीर घायल हो गया और उसने दम तोड़ दिया. पीड़िता के भाई की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने लाश के साथ सड़क जामकर प्रदर्शन किया था. अब पुलिस ने रोड जाम करने के मामले में 200 लोगों पर केस दर्ज किया है.
यह भी पढ़ें - झारखंड की नाबालिग लड़की को पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाया