राजस्थान चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी होते ही जहां एक तरफ़ जश्न का माहौल है वहीं दूसरी तरफ़ टिकट नहीं मिलने से नाराज़ लोगों का विरोध भी शुरू हो गया है. शनिवार को लिस्ट जारी होने के बाद राज्य के अलग-अलग जिलों से भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं के विरोध-प्रदर्शन की खबरें सामने आई. चित्तौड़गढ़ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी का गृह जिला है. लेकिन वहां भी प्रदर्शन हुआ. इसके अलावा बूंदी, कोटा, बीकानेर, उदयपुर सहित अन्य जिलों से भाजपा में बगावत के स्वर उठे.
बीकानेर में सिद्धि कुमारी के नाम पर विरोध
बीकानेर-पूर्व विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान विधायक सिद्धि कुमारी के नाम टिकट की घोषणा होने के बाद महावीर रांका की टीम ने विरोध का परचम उठा लिया और आलाकमान को संदेश भेजकर विरोध जताया है. महावीर रांका बीकानेर भाजपा में क़द्दावर नेता हैं और कोरोना के वक़्त उन्होंने शहर में अपनी सेवाएं देकर जनता के दिलों में जगह बनाई थी.
हाल ही में भाजपा की परिवर्तन यात्रा के दौरान भी रांका ने अपनी ताक़त का प्रदर्शन किया था. ऐसे में उन्हें और उनके समर्थकों को टिकट मिलने की पूरी उम्मीद थी. लेकिन सिद्धि कुमारी के नाम की घोषणा होते ही उनके ख़ेमे में मायूसी छा गयी. अब उनकी टीम के सदस्य माँग कर रहे हैं कि पार्टी बीकानेर-पूर्व की टिकट बदले.
चित्तौड़गढ़ में राजवी का विरोध
आज जारी हुई सूची में चित्तौड़गढ़ से नरपत सिंह राजवी, निम्बाहेड़ा से श्रीचंद कृपलानी और बड़ीसादड़ी से पूर्व विधायक गौतम दक को मैदान में उतारा हैं. चित्तौड़गढ़ से लगातार दो बार भाजपा से विधायक रहे चन्द्रभान सिंह का टिकिट कट गया. जिससे विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या खेमे में नाराजगी है.
लिस्ट जारी होने के करीब दो घण्टे के बाद विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या के विधायक कार्यालय पर पहुंच कर समर्थकों ने नारेबाजी की. सीपी जोशी के पोस्टर फूंक दिए। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के मुर्दाबाद के भी नारे लगे. नरपत सिंह राजवी के गो बेक के नारे लगाएं.
बूंदी से डोगरा को मिला टिकट तो शुरू हुआ विरोध
भाजपा ने बूंदी विधानसभा से चौथी बार अशोक डोगरा को टिकट दिया है. टिकट देने के साथ ही विधायक अशोक डोगरा का विरोध शुरू हो गया है. यहां शहर के चौहान गेट पर स्थित भाजपा कार्यकर्ताओं ने विधायक डोगरा का पुतला फूंक कर जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए और प्रत्याशी बदलकर युवा प्रत्याशी को टिकट देने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने बीजेपी से बैर नहीं अशोक डोगरा, तेरी खैर नहीं जैसे नारे लगाए.
वसुंधरा समर्थक रूपेश शर्मा के नाम की थी उम्मीद
कार्यकर्ताओं को इस बार अशोक डोगरा का टिकट काटकर बीजेपी के युवा नेता रुपेश शर्मा को टिकट देने की उम्मीद थी। रुपेश शर्मा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खास माने जाते हैं। ऐसे में उन्होंने पिछले 5 सालों में विपक्ष के नेता के रूप में बूंदी में जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
वही बूंदी सीट से विधायक अशोक डोगरा का सबसे बड़ा विरोध का कारण यहां जैतसागर रोड स्थित मांनधाता बालाजी हैं। पूर्व में 2018 में हुए चुनाव में डोगरा ने मांनधाता बालाजी मंदिर निर्माण व सीढ़ियों का निर्माण करने की बड़ी घोषणा की थी जो आज दिन तक भी पूरी नहीं हो सकी है। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने मांनधाता मंदिर का निर्माण नहीं होने पर भी नाराजगी जताई.
उदयपुर में ताराचंद जैन का विरोध
उदयपुर विधानसभा सीट पर ताराचंद जैन के भाजपा प्रत्याशी घोषित किए जाने का कुछ ही घंटों में विरोध शुरू हो गया है.
उदयपुर नगर निगम के उप महापौर सिंघवी ने बगावती तेवर दिखाते हुए अपने समर्थको के साथ बैठक कर जैन का खुलकर विरोध किया.
उदयपुर शहर से ताराचंद जैन और उदयपुर ग्रामीण को फूल सिंह मीणा को दावेदार बनाया है, उदयपुर शहर के भाजपा प्रत्याशी ताराचंद जैन अभी उदयपुर नगर निगम में पार्षद और निर्माण समिति के अध्यक्ष हैं, वहीं पूर्व में उप जिला प्रमुख भी रह चुके हैं.
सिंघवी का कहना है कि ताराचंद जैन ने पिछले चुनाव में भाजपा के खिलाफ कार्य किया था, ऐसे में वे उनके टिकट के विरोध में है, सिंघवी का कहना है कि उदयपुर शहर से कई पुराने और निष्ठावान कार्यकर्त्ता दावेदार थे.
कोटा दक्षिण में भाजपा प्रत्याशी का विरोध
भाजपा की दूसरी सूची में कोटा दक्षिण जो बीजेपी का गढ़ कहा जाता है वहां से तीसरी बार संदीप शर्मा को भाजपा की ओर से प्रत्याशी बनाए जाने का भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध किया है. भाजपा कार्यकर्ता तलवंडी चौराहे पर इकट्ठे हुए और उन्होंने संदीप शर्मा गो बैक गो बैक के नारे लगाए. विरोध प्रदर्शन करने वाले भाजपा कार्यकर्ता भाजपा नेता विकास शर्मा को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग कर रहे हैं.
भाजपा कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि संदीप शर्मा का टिकट नहीं बदल गया तो अब तक लगातार जीती आ रही भाजपा को नुकसान उठाना पड़ सकता है. आपको बता दें कि कोटा दक्षिण विधानसभा वह सीट है जो भाजपा की A ग्रेड में आती है. परिसीमन के बाद बनी इस सीट पर कांग्रेस को एक भी बार जीत नहीं मिली है लेकिन इस बार भाजपा प्रत्याशी का विरोध भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से देखने को मिल रहा है.
राजसमंद में कई नेता आज दे सकते हैं इस्तीफा
राजसमंद में भाजपा उम्मीदवारों के नाम सामने आते ही उथल पुथल देखने को मिला. कई सीनियर नेताओं ने टिकट वितरण पर असंतोष जताया. यहां राजसमंद से दिप्ती माहेश्वरी, कुंभलगढ़ से सुरेंद्र सिंह राठौड़ के विरोधी खेमे में सुगबुगाहट है. भाजपा में कई पदाधिकारियों ने इस्तीफे की पेशकश की है. रविवार को भाजपा जिला कार्यालय में यहां भाजपा के कई नेता इस्तीफा दे सकते हैं.
सांगोद में कांग्रेस के टिकट के ऐलान से पहले बवाल
बीजेपी की ओर से दूसरी लिस्ट में सांगोद से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद कांग्रेस में अभी से ही विरोध के और देखने को मिल रहे हैं कांग्रेस से सांगोद विधानसभा सीट से दावेदारी कर रहे कांग्रेस के नेता हरि प्रकाश शर्मा के समर्थकों ने आज दीगोद में हाईवे पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया.
कांग्रेस पार्टी से मांग की है कि हरिप्रकाश शर्मा को ही टिकट दिया जाए. कांग्रेस कार्यकर्ता व हरि प्रकाश शर्मा के समर्थकों ने चेतावनी दी कि यदि किसी बाहरी व्यक्ति को टिकट दिया तो एक साथ कई कार्यकर्ता पार्टी भी छोड़ सकते हैं.
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