Covid JN-1 Variant: देश-दुनिया में चिंता की वजह बनी कोरोना के नए वेरिएंट जेएन-1 के मामले अब राजस्थान में भी सामने आ गए हैं. इससे राजस्थान स्वास्थ्य विभाग में पहले से और अधिक सचेत हो गया है. यूं तो देश के अलग-अलग राज्यों में JN-1 वेरिएंट के मरीज मिलने के बाद ही राजस्थान में कोविड को लेकर हेल्थ एडवाइजरी जारी कर दी गई थी. साथ ही पूरे प्रदेश में मॉक ड्रिल भी किया गया था. लेकिन अब प्रदेश में जेएन-1 वेरिएंट के चार मरीज मिलने के बाद विभाग और ज्यादा सतर्क हो गया है.
दरअसल बुधवार को राजस्थान में कोरोना के खतरनाक वेरिएंट जेएन-1 के चार नए मरीजों की पुष्टि हुई. यह पुष्टि बीते दिनों राज्य में मिले कोरोना मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग के जरिए हुई. इन चारों में एक मरीज की मौत भी हो चुकी है. फिलहाल राज्य में कोरोना जीएन-1 वेरिएंट के तीन मरीज एक्टिव हैं.
झुंझुनू, अजमेर, भरतपुर और दौसा में जेएन-1 की पुष्टि
बुधवार को राजस्थान में कोरोना के खतरनाक जेएन-1 वेरिएंट के जिन चार मरीजों की पहचान हुई है, वो झुंझुनू,अजमेर, भरतपुर और दौसा के हैं. इसमें से एक दौसा के मरीज की पहले ही मौत हो चुकी है. ऐसे में अभी प्रदेश में जेएन-1 के तीन मरीज एक्टिव हैं. जयपुर स्थित सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब में जीनोम सिंक्वेसिंग के बाद इन चारों में JN.1 वेरियंट की पुष्टि हुई है.
जानिए क्या है कोविड 19 का नया वेरिएंट जेएन.1
कोविड 19 का नया वेरिएंट जेएन.1 सब वैरिएंट बी ए (BA.2.86) का म्यूटेटेड रूप है और स्पाइक प्रोटीन आल्ट1रेशन के कारण यह अधिक संक्रामक और इम्यून सिस्टम को चकमा देने वाला बन गया है. इसके बदलावों ने इसे ह्यूमन बॉडी में अधिक चिपकने वाला बना दिया है.
जेएन.1 वेरिएंट से संक्रमित होने पर दिखने वाले लक्षण
जेएन.1 वेरिएंट के लक्षण काफी हद तक मूल कोविड 19 के समान हैं, जिसमें बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई,थकान, शरीर में दर्द शामिल हैं. लेकिन इसके साथ गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल समस्याएं यानी पेट से जुड़े लक्षण सामने आ रहे हैं. इसमें डायरिया, वॉमिटिंग और पेट दर्द की समस्या सामने आ रही है. किसी को इन्फ्लूएंजा है और सांस लेने में परेशानी हो रही हो, यात्रा की हिस्ट्री हो, इन्फ्लूएंजा ठीक नहीं हो रहा है तो जरूर टेस्ट करना चाहिए.
कितना घातक है सब वैरिएंट जेएन.1
सब वेरिएंट जेएन.1 के संक्रमण से GI के लक्षण सामने आते हैं लेकिन अगर खुद को हाइड्रेट रखते हैं, बॉडी में नमक और चीनी का बैलेंस बनाए रखते हैं तो घबराने की जरूरत नहीं हैं. अभी तक आए डेटा से इसे खतरनाक नहीं बताया गया है लेकिन सावधानी रखना जरूरी है और कोविड के लिए बताए गए सुरक्षात्मक उपायों को अपनाना चाहिए.
बचाव के तरीके
इस समय छुट्टी और सेलिब्रेशन का समय है ऐसे में बुजुर्गों, बच्चों और प्रेग्नेंट महिलाओं को सावधानी बरतने की जरूरत है. सबसे जरूरी है वैक्सीनेशन है. इसके साथ कोविड से बचने के लिए मास्क पहनना, पार्टी से बचना और हाथ धोना याद रखना जरूरी है. संक्रमण से बचने के लिए इम्यूनिटी को स्ट्रांग रखना, अच्छी डाइट लें, पानी के इनटेक का ध्यान रखें और स्लीप साइकिल मेंनटेन रखें तो खतरे की बात नहीं है.
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