
Rajasthan: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के द्वारा रविवार को आयोजित डिप्टी जेलर भर्ती परीक्षा की दूसरी पाली में सदर कोतवाली थाना अंतर्गत महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल परीक्षा केंद्र पर कथित गड़बड़ी का मामला सामने आया है. अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्नपत्र का लिफाफा खुला मिला, जिससे पेपर लीक की आशंका व्यक्त की गई. इस पर छह अभ्यर्थियों ने परीक्षा देने से इनकार कर दिया और आरपीएससी के साथ ही थाने में भी लिखित शिकायत दी.
अभ्यर्थियों को आरोप- प्रश्न पत्र नहीं थे सील
छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष हनीश मारोठिया के अनुसार, जब प्रश्नपत्र वितरित किए जा रहे थे, उस दौरान कुछ उम्मीदवारों ने देखा कि पेपर का लिफाफा पूरी तरह से सील नहीं था. इससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए. अभ्यर्थियों ने तुरंत विरोध जताया और परीक्षा का बहिष्कार कर दिया. उनका कहना था कि अगर परीक्षा से पहले ही लिफाफा खुला मिला, तो यह पेपर लीक की गंभीर आशंका को जन्म देता है.
"कड़ी निगरानी में होते हैं पेपर"
आरपीएससी के सचिव रामनिवास मेहता ने स्पष्ट किया कि आयोग की परीक्षाएं पूरी तरह से पारदर्शिता और सुरक्षा के साथ आयोजित की जाती हैं. उन्होंने बताया कि सभी प्रश्नपत्र स्टील ट्रंक में बंद होकर सेंटर सुपरीटेंडेंट के कमरे में भेजे जाते हैं. ट्रंक में डाले गए पेपर पूरी तरह से सील रहते हैं, और इन्हें खोलने के दौरान दो रेंडम कैंडिडेट्स की मौजूदगी में फॉर्म नंबर 4 की प्रोसीडिंग तैयार की जाती है. उस फॉर्म पर दोनों अभ्यर्थियों के हस्ताक्षर लिए जाते हैं और उसके बाद ही पेपर कक्षा में भेजे जाते हैं.
"लिखित में शिकायत करनी चाहिए"
सचिव मेहता ने कहा कि जिन अभ्यर्थियों ने परीक्षा नहीं दी, उन्होंने बात को पूरी तरह से समझे बिना यह फैसला लिया. अगर उन्हें कोई आपत्ति थी तो उन्हें लिखित में शिकायत देनी चाहिए थी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि परीक्षा की सुचिता पूरी तरह से बनी रही और कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई. सचिव ने बताया कि अगर अब भी किसी अभ्यर्थी को कोई शिकायत है, तो वह सोमवार को आरपीएससी कार्यालय में आकर अपनी बात रख सकता है या आरपीएससी के ग्रीवेंस पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकता है.
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