
सावन का महीना समाप्त हो चुका है, और भाद्रपद चल रहा है. ये महीना देवी-देवताओं और लोक देवताओं के मेलों, धार्मिक आयोजनों, सहित अनेक कार्यक्रमों के लिए जाना जाता है. इसी महीने में विश्व प्रसिद्ध रामदेवरा, भैरू बाबा, गोगामेड़ी तेजाजी महाराज सहित अनेक लोक देवताओं के नाम से मेलों का आयोजन होता है. जिनमें लाखों श्रद्धालु देशभर आते हैं, और अपने-अपने ईस्ट के दर्शन कर अपनी मनौतियां मांगते हैं.
उफान पर नदी नाले
नव विवाहित जोड़े गठजोड़े की धोक लगाकर अपने नए जीवन की शुरुआत करते हैं. साथ ही भक्त अपने बच्चों का जात जड़ूले करते हैं. लेकिन राजस्थान में हो रही भारी बारिश की वजह से इन मेलों की रंगत फीकी लगने लगी है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि बाबा श्याम के दरबार में आने वाले लाखों की भीड़ भी अब हजारों में सिमटने लगी है. क्योंकि, जिधर देखो उधर नदी नाले उफान पर है.
जलभराव से रास्ता बाधित
सड़के टूट चुकी हैं, रास्ते पानी के जल भराव से बाधित हो गया है. ऐसे में आम भक्तों को आने-जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जो भक्त खाटू धाम आ रहे हैं. उन भक्तों का और रींगस में श्मशान वाले भैरू बाबा मेले में आने वाले भक्तों का यही कहना है कि है बाबा अब बारिश को रोको. रहम करो बाबा, जिससे भक्त आपके द्वार पर आएं. और अपने धार्मिक आयोजनों को पूरा कर मनौतियां मांग सकें.
आम आदमी के साथ-साथ अब देश भर से आने वाले भक्त भी राजस्थान में हो रही भीषण बारिश से परेशान हो चुके हैं. हर भक्त के मुंह से यही निकल रहा है कि रहम करो बाबा, दया करो और इस बारिश को रोको.
बारिश थमने पर ही मिलेगी राहत
अब तक कई हादसों में लगभग एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. सरकार के प्रयास भी ना काफी साबित हो रहे हैं. क्योंकि, असली राहत को तभी मिलेगी, जब यह बारिश रुकेगी. चारों तरफ जल भराव की समस्याएं देखी जा रही है. महिलाएं और बच्चों को खासी परेशानी हो रही है. खाटू आने वाला हर भक्त यही कह रहा है रहम करो बाबा.
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